Monkeypox cases in Inida : नई दिल्ली। दुनिया में मंकीपॉक्स तेजी से अपने पैर पसार रहा है। धीरे-धीरे अब ये बीमारी कोरोना वायरस की तरह लोगों को डराने लगी है। दरअसल शुक्रवार को फ्रांस के स्वास्थ्य अधिकारीयों ने बताया कि देश में मंकीपॉक्स के अबतक 51 मामले सामने आए हैं। जबकि बुधवार को यहां 33 नए मामले दर्ज किये गए थे।>>*IBC24 News Channel के WhatsApp ग्रुप से जुड़ने के लिए Click करें*<<
एक स्थानीय पब्लिक हेल्थ एजेंसी के अनुसार मंकीपॉक्स से पीड़ित सभी मरीज पुरुष हैं। इसमें राहत की बात यह है कि अब तक सिर्फ 1 मरीज को अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत पड़ी। इस मरीज को भी हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गई है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक फ्रांस मे लोगों को मंकीपॉक्स की वैक्सीन लेने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। फ्रांस के हेल्थ मिनिस्टर ब्रिगिट बौर्गुइग्न ने कहा कि स्वास्थ्य अधिकारियों को उम्मीद नहीं थी कि इतनी जल्दी इतनी संख्या में मंकीपॉक्स के मरीज सामने आएंगे। उन्होंने कहा है कि देश में वैक्सीन की कोई कमी नहीं है। उन्होंने लोगों से वैक्सीन लगवाने की अपील की है। फ्रांस की सरकार ने मंकीपॉक्स के रोगी के संपर्क में आने वाले स्वास्थ्य कर्मचारियों को भी टीका लगवाने की सलाह दी है।
पूरी दुनिया के अलग-अलग देशों में मंकीपॉक्स के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। इधर यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (US CDCP) ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए कहा कि दुनिया में मंकीपॉक्स के अब तक 700 से अधिक मामले सामने आए हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका में 21 मामले दर्ज किए गए हैं। मंकीपॉक्स के बढ़ते मामलों ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की चिंता बढ़ा दी है। हाल ही में डब्लूएचओ के प्रमुख टेड्रोस अदनोम ने प्रभावित देशों से सर्विलांस बढ़ाने की अपील की है। इन सब में सबसे बड़ी राहत की बात है कि मंकीपॉक्स वायरस से मृत्यु दर आमतौर पर काफी कम है और किसी भी देश में अब तक इस बीमारी से कोई भी मौत की सूचना नहीं मिली है।
मंकीपॉक्स से बचने के लिए सावधानी बेहद जरुरी है। इस वायरस की चपेट में आए मरीज को पहले बुखार होता है। इसके बाद उसके शरीर पर चेचक की तरह दाने हो सकते हैं। साथ ही लिम्फ नोड में सूजन भी हो सकती है। अच्छी बात ये है कि मंकीपॉक्स चेचक, खसरा, खुजली जैसी बीमारियों से अलग है। आमतौर पर इस बीमारी के लक्षण हैं- बुखार, सिरदर्द, पीठ दर्द, मांसपेशियों में दर्द, कमजोरी, लिम्फ नोड्स में सूजन। मंकीपॉक्स की चपेट में आए मरीजों को बुखार आमतौर पर 1 से 3 दिनों तक रहता है। वहीं मंकीपॉक्स का इन्क्यूबेशन पीरियड 5 से 21 दिनों तक हो सकता है। तो अगर आपको इनमें से कोई लक्षण दीखता है तो घबराएं नहीं, बल्कि सावधान हो जाएं। इसके साथ ही तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें।
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