(तस्वीरों के साथ)
विएंतियान (लाओस), 10 अक्टूबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को यहां अपने जापानी समकक्ष शिगेरू इशिबा के साथ बैठक की, जिसमें उन्होंने बुनियादी ढांचे, संपर्क और रक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की।
प्रधानमंत्री मोदी ने विएंतियान में आसियान-भारत शिखर सम्मेलन से इतर न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन से भी मुलाकात की।
मोदी दो दिवसीय यात्रा पर लाओस की राजधानी में हैं। उन्होंने 21वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन के अवसर पर, जापान के नवनियुक्त प्रधानमंत्री इशिबा से मुलाकात की और उन्हें उनकी नयी जिम्मेदारी के लिए बधाई देते हुए जापान को नयी ऊंचाइयों पर ले जाने में सफलता की कामना की।
मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री इशिबा के साथ बहुत ही सार्थक बैठक हुई। उनके जापान का प्रधानमंत्री बनने के कुछ ही दिन बाद उनसे मिलकर मैं खुश हूं। हमारी बातचीत में बुनियादी ढांचे, संपर्क, रक्षा और अन्य क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा हुई। सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देने पर भी चर्चा हुई।’’
इशिबा को पिछले सप्ताह ही जापान का प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया था। उन्होंने फुमियो किशिदा की जगह ली है, जिन्होंने नये नेता के लिए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा ने लाओ पीडीआर में भारत-आसियान शिखर सम्मेलन से इतर शानदार बातचीत की। उन्होंने प्रौद्योगिकी, रक्षा और लोगों के बीच संबंध समेत विभिन्न क्षेत्रों में संबंध मजबूत करने के तरीकों पर विचार-विमर्श किया।’’
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि भारत अपने विश्वसनीय मित्र और रणनीतिक साझेदार जापान के साथ अपने संबंधों को सर्वोच्च प्राथमिकता देना जारी रखेगा।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘जापान-भारत संबंधों को बढ़ावा दिया जा रहा है, ‘एक्ट ईस्ट’ नीति को मजबूत किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा ने आज 21वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन से इतर सार्थक बातचीत की। चर्चा में प्रौद्योगिकी, व्यापार, रक्षा और सुरक्षा, सांस्कृतिक और जनता के बीच आदान-प्रदान में साझेदारी को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया गया।’’
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘दोनों नेताओं ने व्यापार और निवेश, बुनियादी ढांचे के विकास, रक्षा और सुरक्षा, सेमीकंडक्टर, कौशल, संस्कृति और लोगों के बीच आदान-प्रदान सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाकर भारत-जापान विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी को और मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की।’’
बयान में कहा गया कि दोनों नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि भारत और जापान शांतिपूर्ण, सुरक्षित और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए अपरिहार्य साझेदार हैं तथा उन्होंने इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मिलकर काम करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
बयान के अनुसार, ‘‘दोनों नेता अगले भारत-जापान वार्षिक सम्मेलन को लेकर उत्सुक हैं।’’
न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री लक्सन के साथ मुलाकात में प्रधानमंत्री मोदी ने आर्थिक सहयोग, पर्यटन, शिक्षा और नवाचार जैसे क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा की। यह दोनों नेताओं की पहली मुलाकात थी।
मोदी ने ‘एक्स’ पर एक अन्य पोस्ट में कहा, ‘‘न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन के साथ शानदार बैठक हुई। हम न्यूजीलैंड के साथ अपनी मित्रता को महत्व देते हैं, जो लोकतंत्र, स्वतंत्रता और कानून के शासन के प्रति प्रतिबद्धत है। हमारी बातचीत में आर्थिक सहयोग, पर्यटन, शिक्षा और नवाचार जैसे क्षेत्रों पर चर्चा हुई।’’
प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि दोनों नेताओं ने व्यापार और निवेश, रक्षा, शिक्षा, कृषि, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी समेत अनेक क्षेत्रों में भारत-न्यूजीलैंड साझेदारी को प्रगाढ़ करने के तरीकों पर चर्चा की।
जायसवाल ने ‘एक्स’ पर एक अन्य पोस्ट में कहा, ‘‘साझेदारी के क्षेत्रों का विस्तार हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज 21वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन से इतर न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री लक्सन से मुलाकात की।’’
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि दोनों प्रधानमंत्रियों ने व्यापार और निवेश, रक्षा और सुरक्षा, नवीकरणीय ऊर्जा, शिक्षा, डेयरी, कृषि-प्रौद्योगिकी, खेल, पर्यटन, अंतरिक्ष और लोगों के बीच संबंधों समेत विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।
बयान के अनुसार, ‘‘उन्होंने इस बात पर गौर किया कि सतत उच्चस्तरीय संपर्कों ने द्विपक्षीय संबंधों को गति प्रदान की है। इस संदर्भ में उन्होंने भारत की राष्ट्रपति की हालिया न्यूजीलैंड यात्रा का उल्लेख किया जो बहुत सफल रही थी।’’
प्रधानमंत्री मोदी ने अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन में शामिल होने के न्यूजीलैंड के फैसले का स्वागत किया।
दोनों नेताओं ने बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग को और मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई तथा भारत-न्यूजीलैंड संबंधों को नयी ऊंचाइयों पर ले जाने का संकल्प जताया।
मोदी ने लक्सन को पारस्परिक रूप से सुविधाजनक तिथियों पर भारत आने का निमंत्रण दिया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया।
मोदी ने अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष एंथनी अल्बनीज, मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम, यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल, फिलीपीन के राष्ट्रपति बोंगबोंग मार्कोस और विश्व आर्थिक मंच के कार्यकारी अध्यक्ष क्लॉस श्वाब से भी बातचीत की।
भाषा
सिम्मी सुभाष
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