मिशेल ओबामा ने राष्ट्रपति पद के लिए कमला हैरिस का जोरदार समर्थन किया

मिशेल ओबामा ने राष्ट्रपति पद के लिए कमला हैरिस का जोरदार समर्थन किया

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  • Publish Date - August 21, 2024 / 04:38 PM IST,
    Updated On - August 21, 2024 / 04:38 PM IST

(ललित के झा)

शिकागो (अमेरिका), 21 अगस्त (भाषा) अमेरिका की पूर्व प्रथम महिला मिशेल ओबामा ने राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस का जोरदार समर्थन करते हुए उन्हें इस पद के लिए अब तक की सबसे योग्य व्यक्ति बताया।

‘डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन’ में मंगलवार रात अपने भाषण में मिशेल ने उपराष्ट्रपति हैरिस को ऐसी उम्मीदवार बताया, जिन्होंने मध्यमवर्गीय पृष्ठभूमि से आकर अपना रास्ता बनाया।

हैरिस को उम्मीदवार बनाए जाने की सराहना करते हुए पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की पत्नी मिशेल ने कहा, ‘‘अमेरिका में एक बार फिर उम्मीद की किरण जगी है।’’ डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन में देश भर से आए पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने अपने स्थान पर खड़े होकर मिशेल ओबामा का जोरदार स्वागत किया।

हैरिस (59) बृहस्पतिवार को औपचारिक रूप से डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार का नामांकन स्वीकार करेंगी। हैरिस का पांच नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप (78) से मुकाबला होगा।

हाल में अपनी मां के निधन को याद करते हुए मिशेल (60) ने कहा कि वह उनके लिए प्रेरणास्रोत थीं और हैरिस की मां भी उनके लिए प्रेरणास्रोत थीं। कमला हैरिस की मां श्यामला गोपालन के बारे में मिशेल ने कहा, ‘‘उनकी मां 19 साल की उम्र में भारत से आई थीं।’’

मिशेल ने कहा, ‘‘कमला हैरिस इस अवसर के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। वह राष्ट्रपति पद के लिए सबसे योग्य लोगों में से एक हैं। और यह उनकी मां, मेरी मां और शायद आपकी मां के लिए भी सबसे सम्मानजनक उपहार होगा।”

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे इस बात की परवाह नहीं है कि आप राजनीतिक रूप से किस रूप में पहचाने जाते हैं-चाहे आप डेमोक्रेट हों, रिपब्लिकन हों, स्वतंत्र हों या इनमें से कोई भी न हों, यह समय है कि हम उस बात के लिए खड़े हों जिसे हम अपने दिल में सही मानते हैं।’’

उन्होंने कहा, “यह हमें याद रखना है कि कमला की मां ने उससे क्या कहा था: ‘बस बैठे रह कर किसी बात की शिकायत मत करो!’ ”

मिशेल ने कहा, “यदि हम थका हुआ महसूस करने लगें, यदि हमें फिर (अव्यवस्था के आने का) डर लगने लगे, तो हमें अपने आप को संभालना होगा। अपने चेहरे पर पानी डालना होगा, और कुछ करना होगा!”

भाषा आशीष प्रशांत

प्रशांत