(शिरीष बी प्रधान)
काठमांडू, 14 जनवरी (भाषा) नेपाल में मंगलवार को थारू, मगर और नेवार सहित कई समुदायों ने ‘माघे संक्रांति’ या ‘मकर संक्रांति’ का त्योहार मनाया।
विक्रम संवत कैलेंडर के अनुसार, माघ महीने के पहले दिन मनाया जाने वाला यह त्योहार ‘उत्तरायण’ की शुरुआत का प्रतीक है। इस दौरान रातें छोटी और दिन बड़े होने लगते हैं।
इस दिन स्नान, ध्यान, दान और अन्य आध्यात्मिक गतिविधियां अत्यधिक लाभकारी मानी जाती हैं।
‘माघे संक्रांति’ स्नान में भाग लेने के लिए श्रद्धालु देवघाट, त्रिशूली, काली गंडकी, बागमती, इंद्रावती, त्रिवेणी और रिडी जैसे पवित्र स्थलों पर उमड़ते हैं।
लोग मुख्य रूप से इस दिन मिठाई, दूध, फल और अन्य विशेष व्यंजन चढ़ाकर भगवान शिव की पूजा करते हैं।
काठमांडू घाटी के नेवार समुदाय के लोग इस दिन पारंपरिक व्यंजन जैसे घी, तिल, शकरकंद, पालक, पत्तेदार लहसुन और खिचड़ी खाते हैं, क्योंकि ये सर्दियों के दौरान गर्मी प्रदान करते हैं।
लोग इस दिन अपने बड़ों के हाथों से सिर पर सरसों का तेल भी लगाते हैं। ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने से शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं।
नेपाल में ‘माघे संक्रांति’ पर सरकारी अवकाश रहता है।
भाषा सुरभि दिलीप
दिलीप