(अदिति खन्ना)
लंदन, दो नवंबर (भाषा) केमी बेडेनॉच शनिवार को ब्रिटेन की कंजरवेटिव पार्टी का नेतृत्व संभालने वाली पहली अश्वेत महिला बनीं। उन्होंने विपक्ष के नेता के रूप में ‘हाउस ऑफ कॉमंस’ में ऋषि सुनक की जगह ली है।
नाईजीरियाई मूल की 44 वर्षीय सांसद बेडेनॉच ने ऋषि सुनक के इस्तीफे के बाद तीन महीने तक चले (पार्टी के) नेतृत्व (अध्यक्ष) चुनाव के बाद पूर्व कैबिनेट मंत्री रॉबर्ट जेनरिक को हराया। चार जुलाई को आम चुनाव में कंजरवेटिव पार्टी की करारी हार के बाद सुनक ने इस पद से इस्तीफा दे दिया था।
आवास, समुदाय और स्थानीय सरकार विभाग की छद्म मंत्री (संबंधित मूल मंत्री के कामकाज की निगरानी करने वाली विपक्ष की एक नेता) बेडेनॉच ने अपने पूर्ववर्ती सुनक को धन्यवाद देते हुए अपनी बात रखी। उनके पूर्ववर्ती (सुनक) पार्टी के प्रथम ब्रिटिश भारतीय नेता थे।
बेडेनॉच ने कहा, ‘‘ मैं ऋषि को धन्यवाद देना चाहती हूं, ऐसे मुश्किल समय में कोई भी इतनी मेहनत नहीं कर सकता था। ऋषि, आपने जो कुछ भी किया उसके लिए धन्यवाद। हम सभी आपको और आपके शानदार परिवार को भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हैं।’’
सुनक ने इसपर कहा, ‘‘केमी बेडेनॉच को कंजरवेटिव पार्टी का नेता चुने जाने पर बधाई। मुझे पता है कि वह हमारी महान पार्टी की एक बेहतरीन नेता होंगी। वह हमारी पार्टी को नया जीवन देंगी, कंजरवेटिव मूल्यों के लिए खड़ी होंगी और लेबर पार्टी से मुकाबला करेंगी। आइए हम सब उनके साथ एकजुट हों।’’
ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने भी नए विपक्षी नेता को बधाई दी और देश के लिए गौरवपूर्ण क्षण बताते हुए एक ‘वेस्टमिंस्टर पार्टी के पहले अश्वेत नेता’ के रूप में उनका स्वागत किया।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं ब्रिटिश जनता के हित में आपके और आपकी पार्टी के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हूं।’’
चरणबद्ध चुनाव प्रक्रिया में नेतृत्व की दौड़ में अंतिम रूप से ये दोनों उम्मीदवार रह गए थे और बेडेनॉच ने 53,806 वोट प्राप्त कर जेनरिक को हराया। जेनरिक को 41,388 वोट मिले।
बतौर निर्वाचन अधिकारी बॉब ब्लैकमैन ने चुनाव परिणाम की घोषणा की।
बेडेनॉच ने कहा, ‘‘ हमारी पार्टी हमारे देश की सफलता के लिए महत्वपूर्ण है। लेकिन हमारी बात सुनी जाए, इसके लिए हमें ईमानदार होना होगा, इस तथ्य के बारे में ईमानदार होना होगा कि हमने गलतियां की हैं, इस तथ्य के बारे में ईमानदार होना होगा कि हमारे मानदंडों में गिरावट आयी है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘सच बोलने का समय आ गया है… अपने सिद्धांतों के लिए खड़े होने का, अपने भविष्य की योजना बनाने का, अपनी राजनीति और अपनी सोच को फिर से स्थापित करने का, और अपनी पार्टी एवं अपने देश को वह नई शुरुआत देने का, जिसके वे हकदार हैं। अब काम पर लगने का समय है, नवीनीकरण का समय है।’’
उन्होंने 2029 में अगले चुनाव में पार्टी को सत्ता में वापसी के लिए तैयार करने का संकल्प लिया।
भाषा राजकुमार रंजन
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