(तस्वीरों के साथ)
बर्लिन, 10 सितंबर (भाषा) विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मंगलवार को अपनी जर्मन समकक्ष एनालेना बेयरबॉक के साथ व्यापक चर्चा की तथा व्यापार, रक्षा और सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में भारत-जर्मनी के बीच रणनीतिक साझेदारी की समीक्षा की।
जयशंकर ने कहा कि उन्होंने यूक्रेन, गाजा और हिंद-प्रशांत क्षेत्र पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया।
मंत्री ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘आज बर्लिन में विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक के साथ व्यापक चर्चा हुई। व्यापार एवं निवेश, हरित एवं सतत विकास, कुशल श्रमिकों की आवाजाही, प्रौद्योगिकी और रक्षा एवं सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करते हुए भारत-जर्मनी के बीच रणनीतिक साझेदारी की समीक्षा की।’’
जयशंकर ने कहा कि उन्होंने यूक्रेन, गाजा और हिंद-प्रशांत क्षेत्र पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया। उन्होंने कहा कि वह 7वें अंतर-सरकारी परामर्श के लिए भारत में बेयरबॉक का स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं।
जयशंकर ने एक बयान में कहा, ‘‘बेयरबॉक और मैंने वैश्विक हालात पर चर्चा की… हमारी बातचीत में कई विषयों पर चर्चा हुई… हमने प्रधानमंत्री (नरेन्द्र) मोदी की हालिया यूक्रेन यात्रा पर चर्चा की। हमने पश्चिम एशिया की स्थिति, विशेष रूप से गाजा संघर्ष और इसके परिणामों के बारे में बात की।’’
जयशंकर ने कहा कि हिंद-प्रशांत पर भी संक्षिप्त बातचीत हुई और कुछ ऐसी चीजों पर भी चर्चा की जो जर्मनी के पड़ोस में हो रही हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में भी हमारी बातचीत आगे बढ़ी है। हमने इस साल पहली बार हवाई अभ्यास किया है, और हमें उम्मीद है कि अगले महीने गोवा में जर्मनी की नोसेना के जहाजों का स्वागत किया जाएगा।’’
विदेश मंत्री ने कहा कि यूरोपीय संघ के साथ सहयोग के मामले पर भी वार्ता हुई।
उन्होंने कहा, ‘‘हम एफटीए और अन्य समझौतों पर तेजी से आगे बढ़ने की उम्मीद करते हैं और हम इसके लिए जर्मनी के समर्थन पर भरोसा करते हैं। साथ ही, हम जल्द ही व्यापार और प्रौद्योगिकी परिषद की एक बैठक आयोजित करना चाहेंगे।’’
भाषा शफीक माधव
माधव