इजराइल अपने लक्ष्य हासिल होने तक हिजबुल्ला पर हमले जारी रखेगा : नेतन्याहू ने संरा में कहा

इजराइल अपने लक्ष्य हासिल होने तक हिजबुल्ला पर हमले जारी रखेगा : नेतन्याहू ने संरा में कहा

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  • Publish Date - September 27, 2024 / 09:42 PM IST,
    Updated On - September 27, 2024 / 09:42 PM IST

संयुक्त राष्ट्र, 27 सितंबर (एपी) इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने संयुक्त राष्ट्र में शुक्रवार को विश्व के नेताओं से कहा कि लेबनान से लगी सीमा पर अपने लक्ष्यों को हासिल करने तक उनका देश हिजबुल्ला पर हमले जारी रखेगा।

उनके इस बयान से, क्षेत्रीय युद्ध को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन वाले संघर्ष विराम की उम्मीदें घट गई हैं।

नेतन्याहू ने कहा कि उनकी सरकार उस इलाके (लेबनान) से रोजाना रॉकेट दागे जाने को अब बर्दाश्त नहीं करेगी।

उन्होंने कहा, ‘‘इजराइल को इस खतरे को खत्म करने और अपने नागरिकों को सुरक्षित उनके घर भेजने का पूरा अधिकार है। और हम ठीक यही कर रहे हैं… हम हिजबुल्ला पर हमले करना जारी रखेंगे, जब तक कि हमारे सभी उद्देश्य पूरे नहीं हो जाते।’’

नेतन्याहू ने कहा, ‘‘जरा सोचिए, यदि आतंकवादी एल पासो और सैन डियागो को भूतहा शहरों में बदल दे… अमेरिकी सरकार कब तक उसे बर्दाश्त करेगी?’’

उन्होंने कहा कि फिर भी इजराइल लगभग एक साल से इस असहनीय स्थिति को बर्दाश्त कर रहा है लेकिन ‘‘मैं आज यहां यह कहने आया हूं: बस बहुत हो गया।’’

नेतन्याहू ने सात अक्टूबर 2023 को इजराइल की धरती पर हुए हमास के हमले के प्रति अपने देश की जवाबी कार्रवाई का बचाव किया। हमास के हमले की प्रतिक्रिया में चलाये गए इजराइली सैन्य अभियान ने गाजा पट्टी को तहस-नहस कर दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘इस साल मैं यहां नहीं आना चाहता था। मेरा देश अपना अस्तित्व बचाने के लिए युद्ध लड़ रहा है। लेकिन जब कई वक्ताओं द्वारा इस मंच से मेरे देश पर लगाए गए झूठे आरोप और (उसकी) बदनामी को मैंने सुना, तो यहां आने और सच्चाई को सामने लाने का फैसला किया।’’

उन्होंने जोर देकर कहा कि इजराइल शांति चाहता है, लेकिन ईरान के बारे में कहा, ‘‘यदि आप हम पर हमला करेंगे, तो हम आप पर हमला करेंगे।’’ उन्होंने एक बार फिर, क्षेत्र की कई समस्याओं के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराया।

नेतन्याहू ने कहा कि लंबे समय से दुनिया ईरान को खुश करने में लगी हुई है और यह तुष्टीकरण समाप्त होना चाहिए।

गाजा की हमास सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बृहस्पतिवार को जारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, इजरायल के हमलों में 41,500 से अधिक फलस्तीनी मारे गए हैं और 96,000 से अधिक घायल हुए हैं।

नेतन्याहू ने कहा, ‘‘यह युद्ध अब समाप्त हो सकता है। बस इतना कि हमास आत्मसमर्पण कर दे, अपने हथियार डाल दे और सभी बंधकों को रिहा कर दे। लेकिन यदि वे ऐसा नहीं करते हैं तो हम लड़ेंगे, जब तक कि हमें पूर्ण विजय नहीं मिल जाती।’’

उन्होंने कहा कि इसका कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा कि इजराइली सेना ने हमास के 90 प्रतिशत रॉकेट नष्ट कर दिए हैं और उसकी आधी सेना को मार दिया है या पकड़ लिया है।

हाल के दिनों में, इजराइल ने अपना ध्यान लेबनान की सीमा पर केंद्रित किया है, जहां वह हिजबुल्ला के चरमपंथियों को निशाना बना रहा है और नागरिकों को भी हताहत कर रहा है। इस तरह, इजराइल दो मोर्चों पर लड़ रहा है, एक तो गाजा पट्टी में और दूसरा लेबनान से लगी सीमा पर।

हमास के हमले के लगभग तुरंत बाद हिजबुल्ला ने भी इजराइल पर हमला करना शुरू कर दिया, और इजराइल और लेबनानी चरमपंथी समूह के बीच जारी लड़ाई ने सीमा के दोनों ओर हजारों लोगों को बेघर कर दिया है।

इजराइल ने हिजबुल्ला पर अपने हमले जारी रखने का संकल्प लिया है, जब तक कि उसके नागरिक सुरक्षित रूप से अपने घर नहीं लौट आते।

बुधवार देर रात, अमेरिका, फ्रांस और अन्य सहयोगियों ने संयुक्त रूप से तत्काल, 21-दिवसीय युद्धविराम का आह्वान किया ताकि बातचीत का मार्ग प्रशस्त हो सके।

जैसे ही नेतन्याहू मंच पर आए, वहां इतना शोरगुल शुरू हो गया कि पीठासीन राजनयिक को शांति बनाये रखने की अपील करनी पड़ गई।

शुक्रवार को नेतन्याहू से पहले बोलने वाले दोनों वक्ताओं ने इजराइल को उसके हमलों के लिए आड़े हाथ लिया।

स्लोवेनिया के प्रधानमंत्री रॉबर्ट गोलोब ने अपने भाषण के समापन में कहा, ‘‘श्रीमान नेतन्याहू, अब इस युद्ध को रोक दीजिए’’। इजराइली प्रधानमंत्री से ठीक पहले बोलने वाले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने गाजा के बारे में कहा: ‘‘यह सिर्फ एक संघर्ष नहीं है। यह फलस्तीन के निर्दोष लोगों की सुनियोजित हत्या है।’’

एपी सुभाष वैभव

वैभव