यरुशलम, 21 अक्टूबर (एपी) इजराइल की सेना ने दक्षिणी लेबनान में एक दिन पहले हमले में तीन लेबनानी सैनिकों के मारे जाने पर सोमवार को अफसोस जताते हुए कहा कि वह देश की सेना से नहीं लड़ रही है। इजराइल ने कहा कि उसके सैनिकों को लगा कि वे आतंकवादी संगठन हिजबुल्ला के वाहन को निशाना बना रहे थे।
गाजा में हमास के शीर्ष नेता याह्या सिनवार के मारे जाने के बाद पिछले हफ्ते हिजबुल्ला ने कहा कि वह हमलावर इजराइली सैनिकों के खिलाफ अपनी लड़ाई में एक नए दौर में प्रवेश कर रहा है। सिनवार पिछले साल सात अक्टूबर को दक्षिणी इजराइल पर हमले का मुख्य साजिशकर्ता था, जिसके बाद भीषण जंग शुरु हुई थी।
इजराइल के सहयोगी देशों, गाजा के निवासियों और अन्य ने आशा व्यक्त की है कि सिनवार के मारे जाने से युद्ध की समाप्ति का मार्ग प्रशस्त होगा, लेकिन इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और हमास दोनों ने अपने लक्ष्य प्राप्त होने तक लड़ाई जारी रखने का संकल्प जताया है।
नेतन्याहू ने हमास को खत्म करने और समूह द्वारा बंधक बनाए गए दर्जनों लोगों को मुक्त कराने का वादा किया है। वहीं, हमास का कहना है कि वह स्थायी युद्ध विराम, गाजा से इजराइली सैनिकों की पूरी तरह वापसी और फलस्तीनी कैदियों की रिहाई के बदले में ही बंधकों को रिहा करेगा।
इजराइली सेना ने दक्षिणी लेबनान में एक हमले के लिए खेद प्रकट किया है जिसमें तीन लेबनानी सैनिक मारे गए। सेना ने कहा कि उसके सैनिकों ने रविवार को हिजबुल्ला के ट्रक को निशाना बनाया था जिसमें एक लांचर और मिसाइलें थीं। सेना ने कहा कि सैनिकों को पता नहीं था कि दूसरा ट्रक लेबनानी सेना का था।
इजराइल की सेना ने कहा कि वह ‘‘लेबनानी सेना के खिलाफ काम नहीं कर रही है और इन अवांछित परिस्थितियों के लिए खेद प्रकट करती है।’’
लेबनान की सेना इतनी मजबूत नहीं है कि वह हिजबुल्ला पर अपनी इच्छा थोप सके या लेबनान को इजराइल के आक्रमण से बचा सके। पिछले एक साल में इजराइल और हिजबुल्ला की लड़ाई के दौरान लेबनान सेना काफी हद तक अलग रही है।
एपी आशीष संतोष
संतोष