गाजा में मानवीय सहायता बढ़ाने की अमेरिका की मांग पूरा करने में विफल रहा इजराइल: सहायता समूह

गाजा में मानवीय सहायता बढ़ाने की अमेरिका की मांग पूरा करने में विफल रहा इजराइल: सहायता समूह

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  • Publish Date - November 12, 2024 / 03:38 PM IST,
    Updated On - November 12, 2024 / 03:38 PM IST

यरुशलम, 12 नवंबर (एपी) इजराइल युद्ध प्रभावित गाजा पट्टी में अधिक मानवीय सहायता पहुंचाने की अनुमति देने की अमेरिका की मांग को पूरा करने में विफल रहा है। अंतरराष्ट्रीय सहायता संगठनों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने पिछले महीने इजराइल से गाजा में अधिक खाद्य पदार्थ भेजने और अन्य आपातकालीन सहायता ‘‘बढ़ाने’’ का आह्वान किया था और इसके लिए 30 दिन की समय सीमा दी थी जो मंगलवार को समाप्त हो रही है। प्रशासन ने इन मांगों को पूरा न कर पाने पर इजराइल को परिणाम भुगतने की चेतावनी भी दी थी। अमेरिका ने इजराइल को आगाह किया था कि उसे अगले 30 दिन के भीतर गाजा में मानवीय सहायता की मात्रा बढ़ानी होगी अन्यथा उसके लिए अमेरिकी हथियार तक पहुंच खत्म होने का जोखिम पैदा हो सकता है।

इजराइल ने गाजा में स्थिति सुधारने के लिए कई कदम उठाने की घोषणा की है। लेकिन अमेरिकी अधिकारियों ने हाल ही में यह संकेत दिया था कि इजराइल अभी भी पर्याप्त कदम नहीं उठा रहा है। हालांकि उन्होंने यह नहीं कहा कि वे इसके खिलाफ कोई कार्रवाई करेंगे या नहीं।

इजराइल के नये विदेश मंत्री गिदोन सार ने समय सीमा को अधिक तवज्जो नहीं देते हुए सोमवार को संवाददाताओं से कहा कि उन्हें विश्वास है कि ‘‘इस मुद्दे का समाधान हो जाएगा।’’

आठ अंतरराष्ट्रीय सहायता संगठनों द्वारा मंगलवार को जारी रिपोर्ट में अमेरिकी मांगों के अनुपालन के लिए 19 उपाय सूचीबद्ध किए गए। रिपोर्ट में बताया गया कि इजराइल 15 उपायों का पालन करने में विफल रहा है और उसने केवल चार का आंशिक रूप से ही अनुपालन किया।

विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन द्वारा हस्ताक्षरित 13 अक्टूबर के पत्र में इजराइल से कहा गया था कि वह प्रतिदिन कम से कम 350 ट्रक माल को गाजा में प्रवेश करने की अनुमति दे, घेराबंदी वाले क्षेत्र में पांचवां प्रवेश मार्ग खोले, तटीय तम्बू शिविरों में रहने वाले लोगों को सर्दियों से पहले अंदरूनी क्षेत्रों में जाने की अनुमति दे और बुरी तरह प्रभावित उत्तरी गाजा में सहायता समूहों की पहुंच सुनिश्चित करे।

एपी प्रीति अमित

अमित