World news in Hindi : यरुशलम, 30 अप्रैल (एपी) इजराइली सेना ने कहा है कि उसने वेस्ट बैंक में एक यहूदी बस्ती के प्रवेश द्वार पर एक सुरक्षा गार्ड की गोली मारकर हत्या करने वाले फलस्तीन के दो हमलावरों को गिरफ्तार किया है।
वेस्ट बैंक में शुक्रवार देर रात किए गए हमले के बाद चलाए तलाश अभियान में ये गिरफ्तारियां की गयी। इजराइली सैनिकों, विशेष बलों और सीमा पुलिस ने दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया और उनके पास से हथियार बरामद किए। ये हथियार करावत बानी हसन गांव से बरामद किए गए।
इस हमले से पहले से जारी इजराइल-फलस्तीन तनाव और बढ़ सकता है।
इजराइली सेना ने कहा कि शनिवार तड़के हमलावर एरियल बस्ती के प्रवेश द्वार पर पहुंचे और सुरक्षा गार्ड को उसकी चौकी पर गोली मार दी और फिर वहां से फरार हो गए।
इजराइली प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने सुरक्षा गार्ड के परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की। संदिग्धों की गिरफ्तारी के बाद एक बयान में उन्होंने कहा, ‘‘कोई भी आतंकवादी हमसे बच नहीं सकता।’’
इजराइली सेना ने यहूदी बस्ती के प्रवेश द्वार पर एक सुरक्षा गार्ड की गोली मारकर हत्या करने वाले दो फलस्तीनी हमलावरों की तलाश के लिए शनिवार को उत्तरी वेस्ट बैंक में एक तलाश अभियान शुरू किया।
सेना ने कहा कि सुरक्षा गार्ड को उत्तरी वेस्ट बैंक में एक प्रमुख बस्ती एरियल के बाहर शुक्रवार देर रात एक कार में सवार दो हमलावरों ने गोली मार दी। इसने कहा कि गार्ड एक अन्य गार्ड के सामने खड़ा था जिससे उसकी जान बच गई।
सेना ने कहा कि इजराइली बलों ने शनिवार को जांच चौकियां स्थापित कीं और इलाके में हमलावरों की तलाश की जा रही है। सेना ने कहा कि उसने हमास समूह के दो कथित सदस्यों को गिरफ्तार किया, लेकिन तत्काल इसका कोई संकेत नहीं कि वे हमले में शामिल थे।
फलस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इजराइली सैनिकों ने शनिवार तड़के कलकिल्या शहर के पास अज़ौन गांव में संघर्ष के दौरान 27 वर्षीय एक फलस्तीनी व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी।
पिछले दो महीनों में इजराइल और वेस्ट बैंक में श्रृंखलाबद्ध फलस्तीनी हमलों में 15 इजराइली मारे गए हैं। हाल के हफ्तों में इजराइली सुरक्षा बलों की कार्रवाई में कम से कम 27 फलस्तीनी मारे गये हैं।
गाजा पर शासन करने वाले चरमपंथी समूह हमास ने हमले की प्रशंसा की, लेकिन इसकी जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया।
प्रवक्ता हाजिम कासिम ने कहा, ‘‘ऑपरेशन साबित करता है कि क्रांति पूरे वेस्ट बैंक में व्याप्त है। यह हमारे लोगों की घोषणा का एक व्यावहारिक कार्यान्वयन है कि यरूशलम एक लाल रेखा है।’’
इस महीने यरुशलम के एक प्रमुख पवित्र स्थल पर तनाव तब बढ़ गया जब फलस्तीनियों की इजराइली पुलिस के साथ प्रतिदिन झड़प हुई। इस स्थल पर अल-अक्सा मस्जिद है, जो इस्लाम का तीसरा सबसे पवित्र स्थल है और मुस्लिमों के पवित्र महीने रमजान के दौरान बड़ी संख्या में फलस्तीनी नमाज के लिए वहां जाते हैं।
इससे पहले शुक्रवार को, फलस्तीनियों ने पथराव किया था और इजराइली पुलिस ने रबर की गोलियां चलाईं थी। इस स्थल पर हाल के हफ्तों में अशांति देखी गई है।
पुलिस ने बताया कि अल-अक्सा मस्जिद परिसर के अंदर फलस्तीनियों ने भारी सुरक्षा वाले गेट की दिशा में भोर के आसपास पथराव किया और पश्चिमी दीवार की ओर पटाखे फेंकना शुरू कर दिया, जहां यहूदी प्रार्थना कर सकते हैं। पुलिस परिसर की ओर बढ़ी और रबर की गोलियां चलाईं।
फलस्तीनी रेड क्रिसेंट आपातकालीन सेवा ने कहा था कि 40 से अधिक लोग घायल हुए, जिनमें से 22 को स्थानीय अस्पतालों में इलाज की आवश्यकता पड़ह। इसने कहा कि इजराइली सैनिकों ने संघर्ष के दौरान पहले चिकित्साकर्मियों को परिसर में प्रवेश करने से रोक दिया, और पुलिस ने इसके एक चिकित्सक को पीटा।
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गोला सुभाष
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