नई दिल्ली। चीन से निकलकर कोरोना जब पूरी दुनिया में फैल रहा था तो उस समय हेल्थ एक्सपर्ट्स की तरफ से यह सुझाव दिया गया था कि जितना हो सके मीट खाने से बचें। खासतौर पर कच्चा और कम पका हुआ मीट तो बिल्कुल ना आएं। ऐसा इसलिए कहा गया था क्योंकि उस समय दुनियाभर को यही जानकारी थी कि कोरोना संक्रमण चीन के वुहान की मीट मार्केट से फैला है।
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ऐसे में इस संभावना को अनदेखा नहीं किया जा सकता कि समुद्री जीवों में यह संक्रमण फैल रहा हो। साथ ही चिकन, सुअर जैसे जीवों में भी इस संक्रमण के ना होने की उस समय कोई जानकारी नहीं थी।
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अब कोरोना संक्रमित मीट का ताजा मामला भी चीन से ही जुड़ा है। जानकारी के अनुसार, चीन की राजधानी बीजिंग के शिनफेडी मीट मार्केट में कोरोना संक्रमित सी-फूड के कई मामले सामने आए हैं। अब यहां ब्राजील से आए फ्रोजन चिकन में कोरोना वायरस होने का मामला सामने आया है।
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ऐसी स्थिति में यदि आप ऐसे किसी फूड का सेवन करते हैं, जिसमें कच्चा या आधा पका मीट उपयोग में लिया जाता है तो यह स्थिति आपको कोरोना रोगी बना सकती है। इसलिए अगर मीट खाना ही हो तो ऐसा खाएं जो तेज आंच पर काफी देर तक पका और अच्छी तरह सिका हुआ हो।
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हालांकि कोरोना संक्रमण के डर के इस परिवेश के बीच सबसे अच्छा तरीका तो यही है कि आप नॉनवेज खाने से परहेज करें। खासतौर पर ट्रैवलिंग के दौरान किसी भी रेस्त्रां या होटल में नॉनवेज खाने के बारे में तो सोचें भी नहीं। अगर नॉनवेज खाने का बहुत मन हो तो अपने घर में अच्छी तरह पकाकर इसका सेवन करें।
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जून के महीने में चीन ने ब्राजील और इक्वाडोर सहित कई दूसरे देशों से मीट आयात किया था। फूड अथॉरिटी द्वारा इस मीट की जांच के दौरान इक्वाडोर से आयातित झींगा मछली और ब्राजील से आयात किए गए फ्रोजन चिकन में कोरोना वायरस मिला है। हालांकि जानकारी मिलने के बाद वहां इस मीट को मार्केट से हटा लिया गया है। लेकिन अपनी सेहत को ध्यान में रखते हुए आपको अभी भी मीट खाते समय सतर्कता बरतने की जरूरत है।
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अब हमारे लिए यह बात साफ है कि कोरोना वायरस अलग-अलग सरफेस पर अलग-अलग टाइम तक जीवित रहता है। ऐसे में यदि किसी जीव द्वारा ऐसा कुछ खा लिया जाए, जिस पर कोरोना वायरस हो तो वह जीव कोरोना संक्रमित हो सकता है। साथ ही किसी कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संरक्षण में पल रहे जानवर भी कोरोना संक्रमित हो सकते हैं।