यरूशलम, दो नवंबर (एपी) ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने इजराइल और अमेरिका को ईरान तथा उसके सहयोगियों पर किए जाने वाले हमलों का “करारा जवाब” देने की शनिवार को धमकी दी। इससे पहले, मध्य इजराइल के एक शहर में हुए हवाई हमले में 11 लोग घायल हो गए।
लेबनान से टीरा में शनिवार तड़के कई मिसाइल दागी गईं, जिसके बाद मध्य इजराइल में हवाई हमले के प्रति सचेत करने वाले सायरन बजने लगे, जिससे लोगों में दहशत फैल गई। इजराइल की वायु रक्षा प्रणालियों ने कई मिसाइल को नष्ट कर दिया, जबकि कुछ मिसाइल देश के आबादी रहित क्षेत्रों में गिरीं।
मेगन डेविड एडोम बचाव एजेंसी ने बताया कि इजराइली-अरब बहुल टीरा शहर में तीन मंजिला इमारत पर किए गए हवाई हमले के दौरान छर्रे और कांच के टुकड़े लगने से 11 लोग घायल हो गए। एजेंसी के मुताबिक, हमले में आठ लोगों को मामूली चोटें आईं, जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से जख्मी हो गए, हालांकि, वे खतरे से बाहर हैं।
हमले से जुड़े वीडियो में इमारत की छत और ऊपरी मंजिल तथा आसपास खड़े वाहनों को गंभीर नुकसान पहुंचा देखा जा सकता है।
लेबनान के ईरान समर्थित हिजबुल्ला समूह ने शनिवार को कहा कि उसने उत्तरी और मध्य इजराइल में सैन्य एवं खुफिया प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने के लिए मिसाइल तथा विध्वंसक ड्रोन का इस्तेमाल किया।
हिजबुल्ला ने तेल अवीव के पास गिलोट में इजराइली सेना के यूनिट 8200 अड्डे की ओर मिसाइल और ज्वुलुन में सैन्य प्रतिष्ठानों की तरफ रॉकेट दागने का दावा किया।
समूह ने यह भी कहा कि उसने मध्य इजराइल के पामाचिम वायुसैनिक हवाई अड्डे को विध्वंसक ड्रोन से निशाना बनाया। उसने दावा किया कि ड्रोन ने “निर्धारित लक्ष्यों पर सटीक हमले किए।”
हालांकि, इजराइली सेना ने अभी हिजबुल्ला के दावों की पुष्टि नहीं की है।
टीरा के रहने वाले तमर अब्देल हाए ने कहा, “हमला भयानक था। मैं अरब जगत और इजराइल के नेताओं तथा उन सभी लोगों का आह्वान करता हूं, जो इस युद्ध को समाप्त करने में मदद कर सकते हैं। अब बहुत हो चुका।”
हिजबुल्ला ने यह भी कहा कि उसके लड़ाकों ने उत्तरी इजराइल के डाल्टन, येसुद हमाला और बार योहाई शहरों में कई रॉकेट दागे।
इजराइली मीडिया ने नाहरिया के उत्तर में एक कारखाने पर कथित ड्रोन हमले से हुए नुकसान की तस्वीरें प्रसारित कीं। इजराइली सेना ने कहा कि लेबनान से कई ड्रोन इजराइल में दाखिल हुए, जिनमें से कुछ को मार गिराया गया।”
इस बीच, ईरान के सर्वोच्च नेता ने ईरान और उसके सहयोगियों पर हमलों को लेकर इजराइल तथा अमेरिका को ‘‘करारा जवाब’’ देने की धमकी दी।
खामेनेई ने यह धमकी ऐसे समय दी, जब 26 अक्टूबर को इस्लामिक गणराज्य पर हुए हमले के बाद ईरानी अधिकारी इजराइल के खिलाफ एक और हमला करने की बात कर रहे हैं।
इस हमले में इजराइल ने ईरान के सैन्य ठिकानों और अन्य स्थानों को निशाना बनाया था, जिसमें कम से कम पांच लोग मारे गए थे।
दोनों ओर से कोई अन्य हमला इस मंगलवार को होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से ठीक पहले पश्चिम एशिया को व्यापक क्षेत्रीय संघर्ष में उलझा सकता है। यह क्षेत्र पहले से ही गाजा पट्टी में इजराइल-हमास युद्ध और लेबनान में हिजबुल्ला के खिलाफ इजराइल के जमीनी अभियान से झुलस रहा है।
ईरान के सरकारी मीडिया द्वारा जारी वीडियो में खामेनेई ने कहा, ‘‘दुश्मन, चाहे यहूदी शासन हो या अमेरिका, वे जो कर रहे हैं उसका करारा जवाब निश्चित रूप से मिलेगा।’’
उन्होंने जवाबी कार्रवाई के समय या दायरे के बारे में विस्तार से नहीं बताया।
अमेरिकी सेना पूरे पश्चिम एशिया में सक्रिय है। इसके कुछ सैनिक अब इजराइल में ‘टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस’ (थाड) वायु रक्षा प्रणाली का प्रबंधन कर रहे हैं।
‘यूएसएस अब्राहम लिंकन’ विमानवाहक पोत के अरब सागर में होने की संभावना है, जबकि पेंटागन के प्रेस सचिव मेजर जनरल पैट राइडर ने शुक्रवार को कहा कि ईरान और उसके उग्रवादी सहयोगियों को रोकने के लिए अधिक विध्वंसक, लड़ाकू स्क्वाड्रन, टैंकर और लंबी दूरी के बी-52 बमवर्षक क्षेत्र में पहुंचेंगे।
खामेनेई (85) ने पहले की टिप्पणियों में अधिक सतर्क रुख अपनाया था और कहा था कि अधिकारी ईरान की कार्रवाई का मूल्यांकन करेंगे तथा इजराइल के हमले को ‘‘बढ़ा-चढ़ाकर पेश नहीं किया जाना चाहिए और न ही कम करके आंका जाना चाहिए।’’
हालांकि, हमले के प्रभाव को छिपाने की ईरान की कोशिश विफल हो गई और एसोसिएटेड प्रेस के विश्लेषण वाली उपग्रह तस्वीरों से पता चला कि हमलों में देश के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम से जुड़े एवं तेहरान के पास स्थित सैन्य ठिकानों को नुकसान पहुंचा तथा रिवॉल्यूशनरी गार्ड के उपग्रह प्रक्षेपण संबंधी प्रतिष्ठान को भी नुकसान हुआ है।
इजराइल के हमलों में ईरान के हमास और हिजबुल्ला जैसे सहयोगियों को भी भारी नुकसान पहुंचा है तथा उनके कई शीर्ष कमांडर मारे गए हैं।
ईरान इजराइल पर अप्रैल और अक्टूबर में दो सीधे हमले कर चुका है।
हालांकि, ईरान घरेलू स्तर पर अपनी समस्याओं से जूझ रहा है, क्योंकि इसकी अर्थव्यवस्था अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के बोझ तले दबी है और इसे वर्षों तक व्यापक कई विरोध प्रदर्शनों का सामना करना पड़ा है।
खामेनेई के भाषण के बाद, ईरानी रियाल डॉलर के मुकाबले गिरकर 6,91,500 पर आ गया, जो अब तक का सबसे निचला स्तर है। तेहरान ने जब 2015 में विश्व शक्तियों के साथ परमाणु समझौता किया था, तो एक डॉलर की कीमत 32,000 ईरानी रियाल थी।
एपी पारुल धीरज
धीरज