ईरानी मूल के नॉर्वे के नागरिक को एलजीबीटीक्यू+ उत्सव पर हमला करने के जुर्म में 30 साल कैद की सज़ा

ईरानी मूल के नॉर्वे के नागरिक को एलजीबीटीक्यू+ उत्सव पर हमला करने के जुर्म में 30 साल कैद की सज़ा

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  • Publish Date - July 4, 2024 / 06:38 PM IST,
    Updated On - July 4, 2024 / 06:38 PM IST

कोपनहेगन, चार जुलाई (एपी) नॉर्वे के ओस्लो में 2022 में एलजीबीटीक्यू+ उत्सव पर हमला करने के जुर्म में ईरानी मूल के नॉर्वे के नागरिक को बृहस्पतिवार को आतंकवाद का दोषी ठहराया गया और उसे 30 साल कैद की सज़ा सुना‍ई गई।

समलैंगिक बार ‘लंदन पब’ के बाहर और दो अन्य स्थानों पर 25 जून 2022 को हुई गोलीबारी में दो लोगों की मौत हो गई थी और नौ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे।

ओस्लो जिला अदालत ने कहा कि ज़ानियार मटापूर ने भीड़ पर मशीन गन से 10 और पिस्तौल से आठ गोलियां चलाईं। अदालत ने कहा कि उसने इस्लामिक स्टेट समूह के प्रति निष्ठा की शपथ ली थी और ‘कई सालों से कट्टरपंथी बना हुआ है।’

साल 2015 में आतंकवाद संबंधी कानून में बदलाव के बाद से मटापूर को मिली 30 साल की सजा नॉर्वे में सबसे लंबी सजा है।

अभियोजक ऑड किंसरविक ग्रेवास ने इसे ‘सही फैसला’ और ‘ऐतिहासिक रूप से कठोर सजा’ बताया। मटापूर के वकील मारियस डिट्रिचसन ने कहा कि यह ‘सख्त सजा’ है और उन्होंने अब तक यह तय नहीं किया है कि वे अपील करेंगे है या नहीं।

एपी

नोमान वैभव

वैभव