कारोबार । कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को घरों में कैद कर दिया है। ऐसे में वर्क फ्रॉम को बढ़ावा दिया जा रहा है। छोटी बड़ी सभी कंपनियों के कर्मचारी घर से ही ऑफिस का काम कर रहे हैं। ज्यादातर लोगों के घरों से काम करने की वजह से भारत में मोबाइल इंटरनेट की स्पीड में गिरावट दर्ज की गई है।
स्पीड टेस्ट वेबसाइट Ookla के ग्लोबल इंडेक्स डेटा के मुताबिक फिक्स्ड ब्रॉडबैंड की डाउनलोडिंग स्पीड भारत में 39.65 Mbps से घट कर 35.98Mbps ही रह गई है। ये डेटा फरवरी से मार्च के बीच का है।
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भारी उपयोग की वजह से मोबाइल डाउनलोडिंग स्पीड कम हो गई हैे, इंटरनेट स्पीड में भी 1.68Mbps तक गिरावट दर्ज की गई है। भारत में फरवरी से मार्च के बीच मोबाइल नेटवर्क की स्पीड में 11.83Mbps से घट कर 10.15Mbps हो गई है।
स्पीड टेस्ट वेबसाइट Ookla ने कहा है कि भारत में नए साल की शुरुआत के साथ ही फिक्स्ड ब्रॉडबैंड की स्पीड में गिरावट दर्ज की गई है। जनवरी 2020 से लगातार स्पीड में गिरावट दर्ज की जा रही है। तब से अब तक 5.5Mbps की स्पीड कम हो गई है.
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Ookla के सीईओ डग सटल्स ने कहा है कि इस तरह की स्थिति, यानी भारत में COVID-19 को लेकर लॉकडाउन की वजह से कुछ लेवल पर इंटरनेट स्लोडाउन स्वाभाविक है। डग सटल्स ने कहा कि इंटरनेट यूसेज बढ़ने की वजह से भी स्पीड में फर्क पड़ सकता है, क्योंकि लोग डेली ऐक्टिविटी के लिए ज्यादा ऑनलाइन रह रहे हैं। लेकिन फिर भी इंटरनेट का कोर स्टेबल है और कुछ इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स को ये मेनटेन रखने में दिक्कत हो सकती है। Ookla की रिपोर्ट के मुताबिक दुबई (UAE) में सबसे फास्ट मोबाइल डेटा की स्पीड है जो 83.52Mbps है। वहीं भारत इस लिस्ट में 130वें नंबर है और यहां 10.15Mbps की स्पीड है।