भारतीय सहायता से मॉरीशस में निर्मित आधुनिक चिकित्सा संस्थान का हुआ उद्घाटन

भारतीय सहायता से मॉरीशस में निर्मित आधुनिक चिकित्सा संस्थान का हुआ उद्घाटन

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  • Publish Date - July 17, 2024 / 09:25 PM IST,
    Updated On - July 17, 2024 / 09:25 PM IST

पोर्ट लुई (मॉरीशस), 17 जुलाई (भाषा) विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारत की वित्तीय सहायता से यहां निर्मित एक आधुनिक चिकित्सा संस्थान का बुधवार को उद्घाटन करते हुए इसे दोनों देशों की मित्रता की नवीनतम अभिव्यक्ति करार दिया।

जयशंकर दो दिवसीय यात्रा पर मंगलवार को यहां पहुंचे। मॉरीशस उन शुरुआती देशों में शामिल है, जहां की यात्रा उन्होंने अपने मौजूदा कार्यकाल में की है।

ग्रैंड बोई में चिकित्सा संस्थान का उद्घाटन करते हुए जयशंकर ने इसे दोनों देशों के बीच मित्रता की नवीनतम अभिव्यक्ति करार दिया।

उन्होंने कहा कि इससे इलाके के 16,000 लोगों को लाभ होगा।

जयशंकर ने कहा, ‘‘हमें गर्व है क्योंकि कोविड-19 के बाद स्वास्थ्य प्राथमिकता में है। हम सभी स्वास्थ्य को लेकर सतर्क हो गए हैं।’’

जयशंकर ने सहयोग पहल के लिए मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस पहल ने ‘‘हमें इस आयोजन से जोड़ा और यह इस देश के आम लोगों, आम नागरिकों के जीवन को बेहतर बनाएगी।’’

उन्होंने कहा कि भारत और मॉरीशस सभी मुद्दों पर मिलकर काम करते हैं जिनमें नई और पुरानी चुनौतियां, भविष्य के विषय और प्रौद्योगिकी से आ रहे बदलाव शामिल हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘हम आज एक दूसरे की मदद कर रहे हैं। हम क्षेत्र की मदद कर रहे हैं। हम दुनिया के लिए अच्छा कर रहे हैं। और मैं कहना चाहता हूं कि आज हमारी साझेदारी मॉरीशस की भलाई में, मॉरीशस के साथ संपर्क में और मॉरीशस की समृद्धि में योगदान दे रही है और यह भारत की ओर से स्थायी प्रतिबद्धता है।’’

दोनों देशों के बीच अंतरिक्ष सहयोग के बारे में जयशंकर ने कहा, ‘‘हम वास्तव में अंतरिक्ष-आधारित सहयोग पर काम करने जा रहे हैं, जिससे एक पूर्व चेतावनी प्रणाली विकसित होगी, जिससे किसी भी प्राकृतिक आपदा या असामान्य मौसम की घटना के मामले में, पूरे देश की जनता को पहले से चेतावनी दी जा सकेगी, ताकि आप उसके लिए तैयारी कर सकें।’’

इससे पहले दिन में, जयशंकर ने विपक्षी नेता अरविन बुलेल सहित मॉरीशस के शीर्ष राजनीतिक नेताओं से मुलाकात की और द्वीपीय देश के साथ भारत की विशेष और स्थायी साझेदारी को प्रगाढ़ करने के तरीकों पर चर्चा की।

भाषा वैभव

वैभव