सुम्बरवुलुह (इंडोनेशिया), पांच दिसंबर (एपी) इंडोनेशिया में सोमवार को मौसम में सुधार होने के बाद बचावकर्मियों ने कुछ लोगों के जीवित बचे होने की उम्मीद में राहत और बचाव कार्य फिर से शुरू किया। मानसून की बारिश के कारण घनी आबादी वाले इस द्वीप पर ज्वालामुखी में बड़ा विस्फोट हुआ था।
पूर्वी जावा प्रांत के लुमजांग जिले में स्थित मांउट सेमेरू ने रविवार को आकाश की ओर 1,500 मीटर (लगभग 5,000 फुट) से अधिक ऊंचाई तक धुएं के बादल छोड़े । कई गांवों के आसमान में ज्वालामुखी से लावे के साथ निकली राख के गुबार के कारण सूरज की रोशनी नहीं पहुंच पा रही है, लेकिन किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
सम्बरवुलुह और सुपितुरंग के सबसे अधिक प्रभावित गांवों में सोमवार को सैकड़ों बचावकर्मियों को तैनात किया गया, जहां घर और मस्जिदें ज्वालामुखी की टनों राख के नीचे दबी हुई थीं।
मॉनसून की बारिश खत्म हो गई और 3,676 मीटर ऊंचे माउंट सेमेरू के ऊपर लावे का गुंबद ढह गया, जिससे विस्फोट हुआ। इस दौरान जहरीली गैस चारों तरफ फैल गई और लावा पास की नदी के ढलान की ओर आ गया। ज्वालामुखी की गैस ने पूरे गांव में दम घोंटू स्थिति पैदा कर दी और लावे ने एक पुल को क्षतिग्रस्त कर दिया। इस पुल को पिछले साल ज्वालामुखी विस्फोट में नष्ट होने के बाद फिर से बनाया गया था।
भाषा जितेंद्र नरेश
नरेश