(अदिति खन्ना)
लंदन, 29 जनवरी (भाषा) ‘चर्च ऑफ इंग्लैंड’ में भारतीय मूल के एक बिशप ने दो महिलाओं द्वारा दुर्व्यवहार के आरोपों का खंडन किया है।
दोनों महिलाओं ने ब्रिटेन में प्रसारित एक टेलीविजन शो में कदाचार का आरोप लगाया है।
लिवरपूल के बिशप ‘राइट रेवरेंड’ डॉ. जॉन पेरुम्बालथ के खिलाफ आरोप मंगलवार रात ‘चैनल 4 न्यूज’ चैनल पर सामने आए। वह मूल रूप से केरल के हैं और 1994 में ‘चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया’ में नियुक्त किए गए थे।
प्रसारण में दावा किया गया कि एसेक्स में ‘डायोसेस ऑफ चेम्सफोर्ड’ में एक महिला पर कथित रूप से हमला किया गया था, जहां पेरुम्बालथ 2019 से 2023 के बीच ब्रैडवेल के बिशप थे, वहीं दूसरी महिला, जो साथी बिशप थीं, ने भी यौन उत्पीड़न होने का दावा किया।
डॉ पेरुम्बालथ ने कहा, ‘‘मैंने दोनों शिकायतकर्ताओं द्वारा मेरे खिलाफ लगाए गए आरोपों का लगातार खंडन किया है। मैंने राष्ट्रीय सुरक्षा दल (एनएसटी) की किसी भी जांच का अनुपालन किया है।’’
‘चर्च ऑफ इंग्लैंड’ ने भी उनके बचाव में एक बयान जारी कर कहा कि बिशप जॉन के लिवरपूल का कानूनी रूप से बिशप बनने के बाद शिकायत की गई थी।
एक प्रवक्ता ने कहा, “शिकायत की जांच एनएसटी के नेतृत्व वाली प्रक्रिया में वैधानिक सुरक्षा मार्गदर्शन के अनुसार की गई और एक स्वतंत्र जोखिम मूल्यांकन किया गया।”
चर्च ने यह भी दावा किया कि इस मुद्दे पर ‘चैनल 4 न्यूज’ की खबर में कई गलतियां थीं।
भाषा वैभव माधव
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