ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त ने रतन टाटा की स्मृति में कुछ पल का मौन रखा

ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त ने रतन टाटा की स्मृति में कुछ पल का मौन रखा

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  • Publish Date - October 10, 2024 / 05:32 PM IST,
    Updated On - October 10, 2024 / 05:32 PM IST

लंदन, 10 अक्टूबर (भाषा) ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोरईस्वामी ने जानेमाने उद्योगपति रतन टाटा के 86 वर्ष की आयु में निधन की मुंबई से सूचना आने पर उनकी स्मृति में कुछ पल का मौन रखा।

बुधवार को लंदन में संसद भवन के पास भारतीय उच्चायोग और इंडिया आल पार्टी पार्लियामेंटरी ग्रुप (एपीपीजी) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित पूर्व-निर्धारित दिवाली कार्यक्रम के दौरान, दोरईस्वामी ने टाटा समूह के अध्यक्ष को भारत-ब्रिटेन साझेदारी का महान समर्थक बताते हुए श्रद्धांजलि दी।

सांसदों, उद्यमियों और समुदाय के नेताओं की एक सभा को संबोधित करते हुए दोराईस्वामी ने कहा, ‘‘मैं बहुत दुख के साथ भारत के जानेमाने उद्योगपतियों में से एक रतन टाटा के निधन की खबर साझा कर रहा हूं। उनके लिए मुंबई/भारत और लंदन/ब्रिटेन दोनों ही घर थे। उन्होंने भारत-ब्रिटेन साझेदारी की भावना को हर चीज में समाहित किया – एयर इंडिया से लेकर, जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) से ताज होटल से लेकर टाटा स्टील तक वास्तव में हर चीज में, जिसमें ब्रिटेन में एक बैटरी कारखाने में निवेश का उनका निर्णय भी शामिल है।’’

कोबरा बीयर के संस्थापक और इंडिया एपीपीजी के सह-अध्यक्ष लॉर्ड करण बिलिमोरिया ने एक ‘साथी पारसी’ को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने भारत और ब्रिटेन के बीच संबंधों को पोषित करने के लिए कड़ी मेहनत की।

कन्फेडरेशन आफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने अपने संबोधन में कहा, ‘‘रतन टाटा ने दुनिया भर में सीआईआई के कई प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व किया और वास्तव में हमें यह रास्ता दिखाया कि कैसे भारतीय कंपनियों का दुनिया भर में प्रसार होगा। उनकी याद में, भारतीय उद्योग की ओर से यह प्रतिज्ञा करना अच्छा है कि इस (भारत-ब्रिटेन) आर्थिक और वाणिज्यिक गलियारे को गहरा किया जाएगा और उसी सच्ची भावना से आगे बढ़ाया जाएगा, जिसके साथ उन्होंने भारतीय कंपनियों के वैश्वीकरण की शुरुआत की थी।’’

इस कार्यक्रम में द्विपक्षीय साझेदारी के अन्य पहलुओं पर भी प्रकाश डाला गया, जिसमें मंत्रियों ने विश्वास व्यक्त किया कि जारी मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) वार्ता निकट भविष्य में पारस्परिक रूप से लाभकारी समझौते का रूप लेगी।

ब्रिटेन के विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय (एफसीडीओ) में हिंद-प्रशांत मंत्री कैथरीन वेस्ट ने कहा, ‘‘जिस मुख्य चीज का हम सभी इंतजार कर रहे हैं, वह है व्यापार सौदा।’’

विदेश कार्यालय की मंत्री ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि लेबर पार्टी सरकार भारत-ब्रिटेन एफटीए पर हस्ताक्षर करेगी, जो अब वार्ता के अपने 14वें दौर में है।

हाल में हाउस ऑफ कॉमन्स के लिए निर्वाचित हुए भारतीय मूल के सांसद एवं इंडिया एपीपीजी के सह-अध्यक्ष जीवन संधेर ने कहा, ‘‘इंडिया एपीपीजी ब्रिटेन-भारत संबंधों को मजबूत करने के लिए मिलकर काम करने के लिए यहां है। मैं विनम्रता और खुलेपन की भावना के साथ यहां आया हूं, वास्तव में नये सांसद के रूप में मुझे बहुत कुछ सीखना है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘आने वाले दशकों में हम जो कुछ भी करेंगे वह सिर्फ हमारे दो देशों की समृद्धि के बारे में नहीं होगा, बल्कि निश्चित रूप से पूरे ग्रह के लिए होगा। हम वैश्विक नियम-आधारित व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए रणनीति और सुरक्षा को मजबूत करने के साथ-साथ दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और शैक्षिक आदान-प्रदान को जारी रखने पर भी ध्यान केंद्रित करेंगे।’’

भाषा

अमित नरेश

नरेश