वाशिंगटन, 25 जनवरी (भाषा) कैलिफोर्निया के एक भारतीय-अमेरिकी कार्यकर्ता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के समक्ष 2047 तक दिव्यांगता क्षेत्र से एक हजार अरब अमेरिकी डॉलर के आर्थिक योगदान के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को हासिल करने के सिलसिले में एक दृष्टिपत्र पेश किया है।
‘वॉयस ऑफ स्पेशली एबल्ड पीपल’ (वीओएसएपी) के प्रणव देसाई ने इस महीने की शुरुआत में नयी दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की थी।
एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि ‘दिव्यांगजनों के लिए विजन 2047’ आर्थिक लाभ और दिव्यांगता के क्षेत्र में अप्रयुक्त अवसरों पर खास ध्यान देने के साथ-साथ समावेशिता के एक नए युग की शुरुआत कर सकता है।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि उन्होंने प्रधानमंत्री को बताया है कि किस प्रकार भारत दिव्यांगजनों की कम से कम 25 प्रतिशत आबादी को कमाने में सक्षम बनाकर, इस आबादी के 10 प्रतिशत हिस्से को घरेलू स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं द्वारा सेवा प्रदान करके तथा 2047 तक प्रत्येक दिव्यांगजन को कम से कम एक सहायक उपकरण उपलब्ध कराकर एक हजार अरब अमेरिकी डॉलर के इस “साहसिक लक्ष्य” को प्राप्त कर सकता है।
वीओएसएपी ने एक बयान में कहा, “आर्थिक गतिविधियों को गति देने के लिए देसाई ने नियोक्ताओं, परिवारों और सहायक प्रौद्योगिकी कंपनियों के लिए व्यापक कर प्रोत्साहन का प्रस्ताव रखा, ताकि उनके वित्तीय कार्यों और लेनदेन को प्रोत्साहन मिले और लाखों नए रोजगार सृजित हों।”
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