भारत ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सर्विकल कैंसर से मुकाबले के लिए 75 लाख अमेरिकी डॉलर के अनुदान का संकल्प लिया

भारत ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सर्विकल कैंसर से मुकाबले के लिए 75 लाख अमेरिकी डॉलर के अनुदान का संकल्प लिया

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  • Publish Date - September 22, 2024 / 08:07 PM IST,
    Updated On - September 22, 2024 / 08:07 PM IST

वाशिंगटन, 22 सितंबर (भाषा) भारत ने सर्विकल कैंसर के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करने के लिए हिंद-प्रशांत क्षेत्र में रोग की जांच एवं निदान के लिए 75 लाख अमरीकी डालर का अनुदान देने का संकल्प लिया है।

डेलावेयर में शनिवार को ‘क्वाड’ देशों के नेताओं के शिखर सम्मेलन के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा आयोजित ‘कैंसर मूनशॉट’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि यह पहल हिंद-प्रशांत देशों में लोगों को सस्ती, सुलभ और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने में महत्वपूर्ण साबित होगी।

‘क्वाड कैंसर मूनशॉट’ एक ‘अभूतपूर्व साझेदारी’ है, जिसका उद्देश्य हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सर्विकल कैंसर से लड़कर लोगों की जान बचाना है। इस पहल के माध्यम से क्वाड देशों, भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया, ने हिंद-प्रशांत देशों में सर्विकल कैंसर की देखभाल और उपचार व्यवस्था में मौजूद कमियों को दूर करने के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता जतायी है।

‘कैंसर मूनशॉट’ पहल में भारत के योगदान के रूप में, मोदी ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में कैंसर की जांच और निदान के लिए 75 लाख अमरीकी डालर के अनुदान की घोषणा की।

उन्होंने कहा, ‘‘भारत अपने अनुभव और विशेषज्ञता को साझा करने के लिए तैयार है।’’ उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह अनुदान भारत के ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य’ के दृष्टिकोण के तहत दिया गया है।

प्रधानमंत्री ने यह भी घोषणा की कि भारत हिंद-प्रशांत में कैंसर की रोकथाम के लिए रेडियोथेरेपी उपचार और क्षमता निर्माण के लिए सहायता प्रदान करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि हिंद-प्रशांत देशों को जीएवीआई के तहत भारत से टीके की चार करोड़ खुराक की आपूर्ति से लाभ होगा। उन्होंने कहा कि जीएवीआई दुनिया के सबसे गरीब देशों में रहने वाले बच्चों के लिए नये और कम इस्तेमाल किए जाने वाले टीकों और क्वाड कार्यक्रमों तक पहुंच में सुधार करने के लिए 2000 में बनाया गया एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है।

मोदी ने कहा, ‘‘जब क्वॉड काम करता है, तो यह सिर्फ देशों के लिए नहीं होता है, यह लोगों के लिए होता है। यह हमारे मानव-केंद्रित दृष्टिकोण का सही सार है।’’

प्रधानमंत्री ने यह भी रेखांकित किया कि भारत ने सर्विकल कैंसर का टीका विकसित किया है और इस बीमारी के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) -आधारित उपचार प्रोटोकॉल पर काम कर रहा है।

भारत ने डिजिटल स्वास्थ्य पर वैश्विक पहल में अपने एक करोड़ अमरीकी डालर के योगदान के माध्यम से कैंसर की जांच, देखभाल और निरंतरता के लिए हिंद-प्रशांत क्षेत्र के इच्छुक देशों को तकनीकी सहायता की पेशकश की है।

शनिवार को व्हाइट हाउस द्वारा जारी एक तथ्य पत्रक के अनुसार, ‘क्वाड कैंसर मूनशॉट’ स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे में सुधार, अनुसंधान सहयोग का विस्तार, डेटा सिस्टम का निर्माण और कैंसर की रोकथाम, पता लगाने, उपचार और देखभाल के लिए अधिक समर्थन प्रदान करके हिंद-प्रशांत में समग्र कैंसर-देखभाल तंत्र को मजबूत करने का काम करेगा।

भाषा

अमित प्रशांत

प्रशांत