इस्लामाबाद, 28 जनवरी (भाषा) पाकिस्तान सरकार और विपक्षी दल पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के बीच वार्ता प्रक्रिया मंगलवार को उस समय बाधित हो गई जब जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी ने निर्धारित बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया। इस बैठक का उद्देश्य देश में जारी मौजूदा राजनीतिक तनाव को कम करना था।
नेशनल असेंबली के अध्यक्ष अयाज सादिक ने सरकारी वार्ताकारों के अनुरोध पर यह बैठक निर्धारित की थी। वह सरकारी टीम के साथ संसद भवन में इंतजार करते रहे लेकिन पीटीआई की ओर से वार्ता के लिए कोई नहीं आया।
दरअसल पार्टी के संस्थापक इमरान खान ने पहले ही निर्देश दे दिया था कि अगर सरकार उनकी मांग के अनुसार जांच आयोग गठित नहीं करती है तो पार्टी वार्ता में शामिल नहीं होगी।
वार्ता की शुरुआत पिछले माह हुई थी और तीन दौर की बातचीत हो चुकी है। पिछली बैठक 17 जनवरी को हुई जिसमें पीटीआई ने मांगों की एक सूची सौंपी थी। साथ ही नौ मई 2023 और 26 नवंबर 2024 के विरोध प्रदर्शनों की जांच के लिए दो न्यायिक निकाय बनाने के लिए सात दिन की समयसीमा भी दी थी।
सरकार पार्टी की मांगों को लेकर सहज नहीं थी और उसने कहा था कि वह चौथे दौर की बैठक के दौरान पीटीआई की टीम के समक्ष अपना पक्ष रखेगी, हालांकि यह बैठक नहीं हो सकी।
सादिक ने मीडिया को बताया कि सरकारी दल ने विपक्षी सदस्यों का 45 मिनट तक इंतज़ार किया, लेकिन वे नहीं आए। उन्होंने कहा कि बैठक से पहले पीटीआई सदस्यों से टेलीफोन पर संपर्क किया गया था और किसी भी सदस्य ने यह नहीं कहा कि वह बैठक में शामिल नहीं होंगे।
भाषा शोभना अविनाश
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