इस्लामाबाद, 15 सितंबर (भाषा) जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक भड़काऊ सोशल मीडिया पोस्ट के लिए पूछताछ किए जाने के एक दिन बाद रविवार को प्रधान न्यायाधीश, सेना और अपने प्रतिद्वंद्वी राजनेताओं समेत अपने विरोधियों पर तीखा हमला बोला।
रावलपिंडी की अदियाला जेल से अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट किए गए एक संदेश में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संस्थापक खान (71) ने कहा कि सरकार शीर्ष न्यायपालिका से संबंधित नियमों में बदलाव के लिए कथित तौर पर एक संवैधानिक संशोधन पेश करने जा रही है।
उन्होंने कथित तौर पर न्यायपालिका को नियंत्रित करने के लिए कानूनों में बदलाव करने की कोशिश को लेकर सरकार पर निशाना साधा।
खान ने कहा, “कब्जाधारी माफिया और उसके संचालक राष्ट्रीय हित की परवाह किए बिना केवल अपने अस्तित्व के लिए लड़ रहे हैं। इसी कड़ी के तहत न्यायपालिका की स्वतंत्रता पर हमला किया जा रहा है। देश की सभी संस्थाएं नष्ट हो चुकी हैं। एक सर्वोच्च न्यायालय ही है जो देश की आखिरी उम्मीद और सहारा है।”
खान ने आरोप लगाया कि ”संवैधानिक संशोधन के माध्यम से देश की इस आखिरी उम्मीद को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है और एक बार फिर पसंदीदा व्यक्ति को विस्तार देने के लिए देश की पूरी संस्था व प्रणाली को दांव पर लगाया जा रहा है।”
उन्होंने कहा, “मानवाधिकारों के उल्लंघन और चुनावी धोखाधड़ी की पारदर्शी जांच से बचने के लिए नए संवैधानिक संशोधनों के माध्यम से (प्रधान न्यायाधीश) काजी फैज ईसा को साथ लाने का प्रयास किया जा रहा है।”
मीडिया में आई खबर के अनुसार, संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) की जांच और तकनीकी अधिकारियों वाली टीम खान से उनके आधिकारिक ‘एक्स’ अकाउंट पर एक विवादास्पद पोस्ट के संबंध में पूछताछ करने के लिए शनिवार को अदियाला जेल पहुंची थी।
‘डॉन’ समाचार पत्र ने सूत्रों के हवाले से बताया था कि एफआईए ने खान के खिलाफ सरकारी अधिकारियों को विद्रोह के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है।
भाषा जोहेब नरेश
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