इमरान खान अराजकता फैलाने के लिये जेल में साजिश रच रहे हैं : राणा सनाउल्लाह

इमरान खान अराजकता फैलाने के लिये जेल में साजिश रच रहे हैं : राणा सनाउल्लाह

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  • Publish Date - July 7, 2024 / 07:57 PM IST,
    Updated On - July 7, 2024 / 07:57 PM IST

इस्लामाबाद, सात जुलाई (भाषा) पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के राजनीतिक और सार्वजनिक मामलों के सलाहकार राणा सनाउल्लाह ने दावा किया है कि जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान एक और ‘राजनीतिक अराजकता’ पैदा करने के लिए जेल के अंदर साजिश रच रहे हैं।

जियो न्यूज के कार्यक्रम ‘नया पाकिस्तान’ में पूर्व गृह मंत्री सनाउल्लाह ने कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के 71-वर्षीय संस्थापक खान को अदालत ने उच्च सुरक्षा वाली अदियाला जेल में राजनीतिक बैठकें करने की अनुमति नहीं दी।

खान के खिलाफ 200 से अधिक मामले दर्ज हैं और उनमें से कुछ में वह दोषी पाए गए हैं। वह पिछले साल अगस्त से जेल में हैं।

सनाउल्लाह ने दावा किया कि ‘पीटीआई’ संस्थापक को जेल में बैठकर अराजकता पैदा करने की ऐसी योजना बनाने की अनुमति नहीं दी गयी है।

उन्होंने दावा किया कि संबंधित अधिकारियों के पास उपलब्ध साक्ष्य जेल में चल रही ऐसी योजना के दावों को पुख्ता करते हैं।

हालांकि, प्रधानमंत्री के सहयोगी ने कहा कि सरकार के पास योजना के बारे में कोई ऑडियो या वीडियो सबूत नहीं है, ‘लेकिन जो लोग इसके लिए जिम्मेदार हैं और वहां ड्यूटी कर रहे हैं, उनके पास ये सबूत हैं’।

सनाउल्लाह का यह बयान पूर्व सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं द्वारा यह कहे जाने के बाद आया है कि उन्हें इस सप्ताह की शुरुआत में अदियाला जेल में बंद पार्टी के संस्थापक से मिलने की अनुमति नहीं दी गई, जबकि वे जेल के बाहर कुछ घंटों तक इंतजार कर चुके थे।

इस्लामाबाद में खान की पार्टी द्वारा आयोजित रैली पर टिप्पणी करते हुए पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के वरिष्ठ नेता ने कहा कि मुहर्रम में शक्ति प्रदर्शन करने का पीटीआई का फैसला अनुचित था। मुहर्रम इस्लामिक कैलेंडर का पहला महीना होता है, जो सोमवार से शुरू हो रहा है।

सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए अधिकारियों द्वारा इसकी अनुमति रद्द किए जाने के बाद पीटीआई ने शनिवार को इस्लामाबाद के उपनगरीय इलाकों में अपनी रैली स्थगित कर दी। पार्टी शाम छह बजे तरनोल में अपना शक्ति प्रदर्शन आयोजित करने वाली थी, जिसके लिए उसने इस्लामाबाद के उपायुक्त से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) हासिल कर लिया था।

हालांकि, प्रशासन ने शुक्रवार को यह कहते हुए अनुमति रद्द कर दी कि सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर डिप्टी कमिश्नर द्वारा जारी एनओसी की नये सिरे से समीक्षा की जा रही है।

भाषा सुरेश रंजन

रंजन