सियोल, आठ जनवरी (एपी) दक्षिण कोरिया में महाभियोग का सामना कर रहे राष्ट्रपति यून सुक येओल के वकीलों ने उन्हें हिरासत में लेने के प्रयासों की बुधवार को आलोचना की। वहीं, देश के कार्यवाहक राष्ट्रपति चोई सांग-मोक ने कानून लागू करने वाली एजेंसियों के अधिकारियों और राष्ट्रपति के सुरक्षा कर्मियों के बीच संभावित टकराव पर चिंता व्यक्त की।
भ्रष्टाचार रोधी कार्यालय के अधिकारियों और पुलिस द्वारा पिछले सप्ताह के असफल प्रयास के बाद यून को हिरासत में लेने की तैयारी के बीच राष्ट्रपति की सुरक्षा सेवा ने यून के परिसर को कंटीले तारों से घेर दिया और उनके आवास तक जाने वाले मार्ग को अवरुद्ध कर दिया है।
अधिकारियों ने कहा है कि वे यून को हिरासत में लेने के लिए और अधिक प्रयास करेंगे। उन्होंने आगाह किया कि अगर राष्ट्रपति को पकड़ने के प्रयासों में बाधा पैदा की जाती है तो वे राष्ट्रपति की सुरक्षा सेवा के सदस्यों को गिरफ्तार कर सकते हैं।
पुलिस और सेना के साथ संयुक्त जांच कर रहा भ्रष्टाचार रोधी कार्यालय, यून की हिरासत की मांग कर रहा है, क्योंकि उन्होंने बार-बार पूछताछ के लिए भेजे गए समन की अनदेखी की।
यून के वकीलों ने सियोल वेस्टर्न डिस्ट्रिक्ट कोर्ट द्वारा मंगलवार को जारी किए गए नए हिरासत वारंट की वैधता को चुनौती दी, जिसमें दलील दी गई है कि भ्रष्टाचार रोधी एजेंसी के पास बगावत के आरोपों की जांच करने या संदिग्धों को हिरासत में लेने का पुलिस को आदेश देने का कानूनी अधिकार नहीं है।
राष्ट्रपति के वकीलों में से एक, यून काप-क्यून ने भ्रष्टाचार रोधी एजेंसी से आग्रह किया कि या तो राष्ट्रपति को अभ्यारोपित किया जाए या औपचारिक गिरफ्तारी वारंट जारी किया जाए। हालांकि इस प्रक्रिया के लिए अदालती सुनवाई की आवश्यकता होगी।
वकील ने यह भी कहा कि राष्ट्रपति केवल सियोल सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट द्वारा जारी गिरफ्तारी वारंट का अनुपालन करेंगे। जब उनसे पूछा गया कि क्या राष्ट्रपति गिरफ्तारी वारंट पर सुनवाई के लिए सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में पेश होंगे, तो उन्होंने स्पष्ट जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि पहले सुरक्षा मुद्दों को सुलझाया जाना चाहिए।
भ्रष्टाचार रोधी एजेंसी के करीब 150 अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार को यून को उनके आवास पर हिरासत में लेने का प्रयास किया, लेकिन राष्ट्रपति सुरक्षा सेवा के साथ पांच घंटे से अधिक समय तक तनावपूर्ण गतिरोध के बाद वे पीछे हट गए। जांच अधिकारियों ने अभी तक उन्हें हिरासत में लेने का दूसरा प्रयास नहीं किया है।
बुधवार को एक बैठक में, देश के कार्यवाहक राष्ट्रपति एवं उप प्रधानमंत्री चोई सांग-मोक ने अधिकारियों से आग्रह किया कि वे यह सुनिश्चित करें कि यून को हिरासत में लेने के किसी भी प्रयास में ‘‘नागरिकों को कोई चोट न पहुंचे या सरकारी एजेंसियों के बीच कोई झड़प न हो।’’
तीन दिसंबर को यून द्वारा मार्शल लॉ घोषित करने और नेशनल असेंबली को घेरने के लिए सेना भेजने के कुछ घंटों बाद, सांसदों ने मार्शल लॉ हटाने के लिए मतदान किया। 14 दिसंबर को विपक्ष के दबदबे वाली असेंबली द्वारा बगावत का आरोप लगाते हुए यून के खिलाफ महाभियोग चलाने के लिए मतदान करने के बाद यून की राष्ट्रपति शक्तियों को निलंबित कर दिया गया था।
संवैधानिक अदालत ने इस पर विचार-विमर्श शुरू कर दिया है कि यून को औपचारिक रूप से पद से हटाया जाए या उन्हें बहाल किया जाए।
एपी आशीष अमित
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