आईआईटी मद्रास दुबई में अनुसंधान एवं नवोन्मेष के लिए अपना पहला अंतरराष्ट्रीय केंद्र खोलेगा

आईआईटी मद्रास दुबई में अनुसंधान एवं नवोन्मेष के लिए अपना पहला अंतरराष्ट्रीय केंद्र खोलेगा

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  • Publish Date - October 18, 2024 / 06:45 PM IST,
    Updated On - October 18, 2024 / 06:45 PM IST

दुबई, 18 अक्टूबर (भाषा) भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मद्रास 2025 के शुरुआत में अनुसंधान, नवोन्मेष और उद्यमिता के लिए पहला अंतरराष्ट्रीय केंद्र दुबई में खोलेगा। संस्थान ने शुक्रवार को यह जानकारी की।

संस्थान के मुताबिक आईआईटीएम ग्लोबल दुबई सेंटर अत्याधुनिक क्षेत्रों जैसे कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई), डेटा विज्ञान, रोबोटिक्स और सतत ऊर्जा में विशेषज्ञता हासिल करेगा और भारत के उद्यमशीलता पारिस्थितिकी तंत्र के लिए एक नये सेतु की भूमिका निभाएगा।

दुबई में केंद्र स्थापित करने की योजना को अमली जामा पहनाने के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मद्रास और दुबई के अर्थव्यवस्था एवं पर्यटन विभाग (डीईटी) के बीच हुए समझौता हुआ है।

बड़े पैमाने पर तकनीकी प्रदर्शनी के 44वें संस्करण जीआईटीईएक्स ग्लोबल 2024 के दौरान दुबई आर्थिक विकास निगम (डीईडीसी) के सीईओ हादी बद्री और आईआईटी मद्रास में वैश्विक संपर्क के डीन प्रोफेसर रघुनाथन रंगस्वामी ने संबंधित समझौते पर हस्ताक्षर किए।

बयान के मुताबिक आईआईटी मद्रास की नयी इकाई ‘आईआईटीएम ग्लोबल’ के तहत स्थापित अपनी तरह का यह पहला कार्यक्रम दुबई के लिए प्रमुख प्राथमिकता वाले क्षेत्रों जैसे एआई, डेटा विज्ञान, रोबोटिक्स और सतत ऊर्जा प्रौद्योगिकियों में अनुसंधान, नवोन्मेष, आईपी लाइसेंसिंग और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण को बढ़ावा देगा।

प्रोफेसर रंगस्वामी ने कहा, ‘‘यह सहयोग आईआईटी मद्रास की वैश्विक उपस्थिति का विस्तार करने और अनुसंधान, नवोन्मेष और उद्यमशीलता में हमारी विशेषज्ञता को दुबई के गतिशील पारिस्थितिकी तंत्र तक पहुंचाने के हमारे मिशन के साथ पूरी तरह से मेल खाता है।’’

भाषा धीरज रंजन

रंजन