कोरोना से कहीं मर गई तो कौन बनेगा मासूम का सहारा... इसी डर से महिला ने 5 साल की बेटी को 15 बार चाकू घोंपा | If she dies from Corona somewhere, who will become the support of the innocent ... because of this fear

कोरोना से कहीं मर गई तो कौन बनेगा मासूम का सहारा… इसी डर से महिला ने 5 साल की बेटी को 15 बार चाकू घोंपा

कोरोना से कहीं मर गई तो कौन बनेगा मासूम का सहारा... इसी डर से महिला ने 5 साल की बेटी को 15 बार चाकू घोंपा

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:22 PM IST, Published Date : June 26, 2021/7:56 am IST

लंदन। कोरोना का खौफ इस कदर लोगों के जेहन में समा गया है कि लोग कब आखिरी सांस ले लेंगे इस पर उन्हे भी विश्वास नहीं होता यही वजह है कि इस भय में अब लोग नन्हे मासूमों को भी नहीं बख्श रहे हैं। एक ताजा खबर से मालूम होता है कि खौफ कितना खतरनाक है। यहां एक महिला ने अपनी 5 साल की बच्ची को इस डर में दर्दनाक तरीके से मार डाला कि -अगर वो कोरोना से मर गई तो इस बच्ची की देखभाल कौन करेगा?

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खबर के अनुसार ब्रिटेन की राजधानी लंदन में एक मां ने अपनी 5 साल की बेटी सयागी को चाकू घोंपकर मौत के घाट उतार दिया। 36 वर्षीय सुथा शिवनाथम को इस हैवानियत के लिए पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है और कोर्ट में सुनवाई चल रही है। महिला के पति ने बताया कि सुथा शिवनाथम ने अपनी 5 साल की बेटी की 15 बार चाकू मारकर हत्या इसलिए कर दी क्योंकि शायद उसे डर था कि वह कोरोना से मर गई तो उसकी बेटी की देखरेख कौन करेगा।

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प्रथम दृष्टया यह मामला एक मानसिक बीमारी से जुड़ा महसूस होता है। अरेंज मैरिज के बाद साल 2006 से UK में रह रही शिवनाथम को लगभग एक साल पहले रहस्यमय बीमारी का पता लगा था। उसके पति ने बताया कि उसे हमेशा लगता था कि वह मर जाएगी। घटना के दिन, उसने अपने पति से काम पर न जाने को कहा और दोस्तों को फोन करके बताया कि वह ठीक नहीं है।

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वहीं जब शाम के पड़ोस में रहने वाले उसके घर पहुंचे तो शिवनाथम के पेट पर चाकू से हमला किया गया और बिस्तर पर लेटी उसकी बेटी सयागी के गले, छाती और पेट में 15 बार चाकू घोपे गए थे। बेटी मर चुकी थी जबकि महिला घायल थी। शिवनाथम ने माना कि यह सब उसने किया है। खुद को पहले भी घायल कर चुकी शिवनाथम दो महीने अस्पताल में भी रह चुकी है। उसके साइकेट्रिस्ट ने बताया कि लॉकडाउन में और अकेली होने के कारण वह स्ट्रेस में थी।