स्कूल खुलते ही सैकड़ों छात्र हुए कोरोना संक्रमित, टीचर-स्टॉफ में भी फैला वायरस का संक्रमण

स्कूल खुलते ही सैकड़ों छात्र हुए कोरोना संक्रमित, टीचर-स्टॉफ में भी फैला वायरस का संक्रमण

  •  
  • Publish Date - August 9, 2020 / 06:50 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:33 PM IST

जॉर्जिया। कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा प्रकोप अमेरिका में देखने को मिल रहा है। बावजूद इसके ट्रंप प्रशासन कई सारी गतिविधियों को रोके जाने के पक्ष में नहीं है। अमेरिका में कोरोना संकट के बीच स्कूल-कॉलेज भी खुल गए हैं। हालांकि इसका असर भी देखने को मिल रहा है। अमेरिका के जॉर्जिया में स्कूल खुलने के महज एक हफ्ते के भीतर 250 से अधिक छात्र और शिक्षक कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।

ये भी पढ़ें- दुनिया में दो करोड़ के करीब पहुंची कोरोना संक्रमितों की संख्या, 7 ल…

अटलांटा के चेरोकी काउंटी स्कूल ने अपनी वेबसाइट पर कोरोना वायरस से संक्रमित हुए स्कूली बच्चों और टीचर्स की जानकारी साझा की है। वेबसाइट पर अपलोड की गई जानकारी के मुताबिक शुक्रवार तक कक्षा पहली से 12वीं कक्षा तक के 11 स्टूडेंट कोरोना संक्रमित पाए गए थे। इस स्कूल में कोरोना संक्रमितों की संख्या अब 250 हो गई है। कोरोना संक्रमण के प्रसार को देखते हुए सावधानी बतौर स्कूल के छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों को 14 दिनों के लिए आइसोलेट किया गया है जो कोरोना संक्रमित छात्रों के संपर्क में आए थे।

ये भी पढ़ें- इजरायल का बड़ा दावा! कोरोना वायरस के खात्मे के लिए बन गई ‘चमत्कारिक…

जिस जॉर्जिया में स्कूली छात्र और शिक्षक संक्रमित पाए गए हैं वहां करीब 40 स्कूल और स्टडी सेंटर्स हैं। इन स्कूलों में 42 हजार 200 छात्र और करीब 4800 कर्मचारी काम करते हैं।

ये भी पढ़ें- राम मंदिर भूमिपूजन से तिलमिलाया पाकिस्तान, भारत ने कहा- आतंकी देश ह…

इस बीच स्कूल के अधीक्षक ब्रायन हॉइटवर ने शुक्रवार को परिवारों को लिखे एक पत्र में कहा, छात्रों और कर्मचारियों का हर दिन कोरोना टेस्ट किया जाएगा क्योंकि हम एक महामारी के दौरान स्कूलों का संचालन कर रहे हैं, उन्होंने वायरस के प्रसार को रोकने के लिए अतिरिक्त उपाय करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।

बता दें कि महीनों बाद स्कूल खुलने  टीचर-स्टॉफ के साथ छात्र भी बेहद खुश थे। हालांकि स्कूल की पढ़ाई डिजीटल माध्यम से कराई जा रही थी, जिसको लेकर छात्रों सहित टीचर्स में भी उत्साह था,सभी खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे थे।