(जोहाना वेस्टब्रुक, मैक्वेरी विश्वविद्यालय और मैग्डा रबन, मैक्वेरी विश्वविद्यालय)
सिडनी, 13 सितंबर (द कन्वरसेशन) अस्पताल में आपको दवा दिये जाने के दौरान एक कंप्यूटर आपके डॉक्टर को दवा की उपयुक्तता और उसकी खुराक के बारे में संकेत देता है।
स्वास्थ्य कर्मी जब कंप्यूटर पर मरीज के रिकॉर्ड को अद्यतन करते हैं तो उन्हें सही स्थान पर उपयुक्त जानकारी भरनी होती है या सूची में उपलब्ध विकल्पों में से किसी को चुनना होता है।
लेकिन जैसा कि शोध कार्यों से पता चलता है कि ये इलेक्ट्रॉनिक प्रणालियां पूरी तरह से सही नहीं हैं।
हमारा नया अध्ययन दर्शाता है कि ये तकनीक-संबंधी गलतियां कितनी बार होती हैं और मरीजों की सुरक्षा के लिए इनका क्या मतलब है। अक्सर ये प्रोग्रामिंग त्रुटियों या खराब डिजाइन के कारण होती हैं और कंप्यूटर का उपयोग करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों से इनका कम संबंध होता है।
हमने क्या देखा? हमें क्या पता चला?
हमारी टीम ने एक प्रमुख मेट्रोपोलिटन अस्पताल में चिकित्सकों की 35,000 से अधिक (दवा लिखी हुई) पर्चियों की समीक्षा की ताकि यह समझा जा सके कि तकनीक-संबंधी त्रुटियां कितनी बार होती हैं।
हमने उन त्रुटियों पर ध्यान केंद्रित किया, जो तब होती हैं, जब दवाएं कंप्यूटर-आधारित प्रणाली के माध्यम से दी जाती हैं। कई अस्पतालों में, इन प्रणालियों ने क्लिपबोर्ड की जगह ले ली है, जो पहले मरीज के बिस्तर से लटका कर रखा जाता था।
हमारे शोध से पता चला है कि दवा से संबंधित तीन में से एक त्रुटि तकनीक से जुड़ी हुई है।
हमने यह भी जांच की कि समय के साथ प्रौद्योगिकी से संबंधित त्रुटियां कैसे बदली हैं, इसके लिए हमने समय आधारित तीन चरणों में त्रुटियों की दरों की समीक्षा की। हम उम्मीद कर सकते हैं कि जैसे-जैसे स्वास्थ्य पेशेवर प्रणाली से अधिक परिचित होते जाएंगे, समय के साथ प्रौद्योगिकी से संबंधित त्रुटियां भी कम होती जाएंगी।
त्रुटियां कैसे होती हैं?
ये कई कारणों से हो सकती हैं। उदाहरण के लिए, दवा लिखने वाले को किसी दवा की संभावित खुराक के विकल्पों की एक लंबी सूची मिली हो और वह गलती से गलत विकल्प चुन सकता है।
हमारे अध्ययन में, हमने पाया कि उच्च जोखिम वाली दवाएं अक्सर प्रौद्योगिकी-संबंधी त्रुटियों से जुड़ी होती हैं। इनमें ऑक्सीकोडोन, फेंटेनाइल और इंसुलिन शामिल हैं, जिनमें से सभी को गलत तरीके से निर्धारित किये जाने पर गंभीर नुकसानदेह प्रभाव हो सकते हैं।
कंप्यूटर का उपयोग करने पर मरीज की देखभाल में किसी भी समय प्रौद्योगिकी से संबंधित त्रुटियां भी हो सकती हैं।
अमेरिका में एक मामले में एक नर्स ने मरीज को गलत दवा दे दी। उसने यह दवा एक कंप्यूटर नियंत्रित डिस्पेंसिंग कैबिनेट (जिसे स्वचालित डिस्पेंसिंग कैबिनेट के रूप में जाना जाता है) से प्राप्त की। इसका उपयोग दवाओं को संग्रहीत करने, वितरित करने और ट्रैक करने के लिए किया जाता है।
प्रणाली ने अपनी खराब डिजाइन के कारण, नर्स को सिर्फ दो अक्षर के जरिये दवा खोजने की अनुमति दी। जबकि अच्छी डिजाइन में सिर्फ दो अक्षरों के साथ दवा का कोई विकल्प प्रदर्शित नहीं होता। नर्स ने मरीज के लिए गलत दवा का चयन किया और उसे दे दी, जिस कारण दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गई और नर्स को आपराधिक मुकदमे का सामना करना पड़ा।
इस साल की शुरुआत में हमने दक्षिण ऑस्ट्रेलिया के इलेक्ट्रॉनिक मेडिकल रिकॉर्ड सिस्टम में एक त्रुटि के बारे में सुना। इसने 1,700 से अधिक गर्भवती महिलाओं के प्रसव की तारीख की गलत गणना की, जिस कारण संभवतः समय से पहले प्रसव पीड़ा शुरू हो गई।
क्या कुछ सुरक्षा को बेहतर करेगा?
हमारे अस्पतालों में बढ़ते डिजिटाइजेशन के कारण प्रौद्योगिकी आधारित गलतियों का जोखिम बढ़ता जा रहा है। और यह बात हम अपनी स्वास्थ्य प्रणाली में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के उपयोग में त्रुटियों की संभावना से पहले कर रहे हैं।
हम कागज-आधारित रिकॉर्ड की ओर लौटने की बात नहीं कर रहे हैं। लेकिन जब तक हम कंप्यूटर-आधारित प्रणाली को सुरक्षित बनाने के लिए प्रतिबद्ध नहीं होते, हम स्वास्थ्य सेवा में डिजिटल प्रणाली की अपार संभावनाओं का पूरा लाभ नहीं उठा पाएंगे।
कंप्यूटर प्रणालियों की लगातार निगरानी और उन्हें अद्यतन करने की आवश्यकता है, ताकि उन्हें उपयोग में आसान और सुरक्षित बनाया जा सके और समस्याओं को भयावह होने से रोका जा सके।
(द कन्वरसेशन) सुभाष नरेश
नरेश