नई दिल्लीः कनाडा के ब्रैम्पटन में रविवार को हिंदू सभा मंदिर में आए लोगों पर खालिस्तानी समर्थकों ने निशाना बनाया है। खालिस्तानी झंडे लिए लोगों ने मंदिर में मौजूद लोगों पर लाठी-डंडे बरसाए। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। घटना के बाद से इलाके में तनाव है। भारी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई है। पील रीजनल पुलिस चीफ निशान दुरईप्पा ने लोगों से संयम बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा कि हिंसा और अपराध को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
भारतीय मूल के सांसद चंद्र आर्य ने कनाडा में खालिस्तानी चरमपंथियों की हिंसा की बात कही है। घटना का वीडियो भी सांसद ने शेयर किया है, जिसमें कुछ लोग परिसर में प्रवेश कर वहां मौजूद लोगों पर हमला कर रहे हैं। सांसद चंद्र आर्य ने X पर लिखा, “मुझे लगने लगा है कि उन रिपोर्ट्स में थोड़ी सच्चाई है, जिनमें कहा जा रहा है कि कनाडा की राजनीति के अलावा खालिस्तानियों ने हमारे कानून प्रवर्तन एजेंसियों में घुसपैठ कर ली है। इस बात में कोई आश्चर्य नहीं है कि अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर कनाडा में खालिस्तानियों को खुली छूट मिल रही है।”
Very disturbing images! #Khalistanis have attacked devotees at #HinduSabhaTemple , Brampton. This is unacceptable! @PeelPolice @patrickbrownont @JustinTrudeau @fordnation – Take action and protect Canadians pic.twitter.com/FN18xY2rBT
— HinduForumCanada #HFC (@canada_hindu) November 3, 2024
कनाडा के ब्रैम्पटन में हिंदू मंदिर पर हुए हमले पर कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो का भी बयान सामने आया है। ट्रूडो ने कहा- “आज ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर में हुई हिंसा की घटनाएं अस्वीकार्य हैं। प्रत्येक कनाडाई को अपने विश्वास का स्वतंत्र रूप से और सुरक्षित रूप से पालन करने का अधिकार है। समुदाय की सुरक्षा और इस घटना की जांच के लिए त्वरित प्रतिक्रिया देने के लिए पील क्षेत्रीय पुलिस को धन्यवाद।”
The acts of violence at the Hindu Sabha Mandir in Brampton today are unacceptable. Every Canadian has the right to practice their faith freely and safely.
Thank you to the Peel Regional Police for swiftly responding to protect the community and investigate this incident.
— Justin Trudeau (@JustinTrudeau) November 3, 2024
वहीं, ब्रैम्पटन के मेयर पैट्रिक ब्राउन ने इस पूरी घटना पर कहा कि ब्रैम्पटन में हिंदू सभा के बाहर हिंसा की घटनाओं के बारे में सुनकर निराश हूं। कनाडा में धार्मिक स्वतंत्रता एक मूलभूत मूल्य है। प्रत्येक व्यक्ति को अपने पूजा स्थल में सुरक्षित महसूस करना चाहिए। मैं पूजा स्थल के बाहर हिंसा के किसी भी कृत्य की कड़ी निंदा करता हूं। पैट्रिक ने कहा कि मुझे पूरा भरोसा है शांति बनाए रखने और हिंसा के कृत्य करने वालों को जवाबदेह बनाने के लिए पुलिस और प्रशासन अपने अधिकार में सब कुछ करेंगे। दोषी पाए जाने वालों को कानून की अधिकतम सीमा तक दंडित किया जाना चाहिए।