(बरुन झा)
दावोस, 21 जनवरी (भाषा) विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) ने दुनिया में महिलाओं के स्वास्थ्य में निवेश पर जोर देते हुए मंगलवार को कहा कि उसके नए शोध से पता चलता है कि महिलाओं के स्वास्थ्य के अंतर को पाटने से 2040 तक वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद में सालाना 400 अरब अमेरिकी डॉलर की बढ़ोतरी हो सकती है।
मंच ने यहां अपनी वार्षिक बैठक में एक नए महिला स्वास्थ्य प्रभाव निगरानी मंच की भी शुरुआत की जो दुनिया भर में लाखों महिलाओं द्वारा सामना की जाने वाली स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों की निगरानी और उन्हें समाधान करने के लिए डिजाइन किया गया एक सार्वजनिक रूप से सुलभ मंच है।
नयी रिपोर्ट महिला स्वास्थ्य के अंतर को पाटने और सभी के लिए जीवन व अर्थव्यवस्था में सुधार का खाका है। यह रिपोर्ट मैकिन्से हेल्थ इंस्टीट्यूट (एमएचआई) के सहयोग से प्रकाशित की गई है।
रिपोर्ट में रेखांकित किया गया है कि पुरुषों की तुलना में महिलाएं अपने जीवन का 25 प्रतिशत अधिक खराब स्वास्थ्य में जीती हैं। इसमें बताया गया है कि कैसे नौ प्रमुख स्वास्थ्य स्थितियों के आसपास लक्षित कार्रवाई से वैश्विक बीमारी के बोझ को कम किया जा सकता है और प्रत्येक महिला के जीवन में हर साल 2.5 स्वस्थ दिनों को जोड़ा जा सकता है।
नौ स्थितियों को महिला की जिंदगी के विभिन्न पड़ाव में विभाजित किया गया है, जो कि जीवित वर्षों की कुल संख्या (मातृ उच्च रक्तचाप संबंधी विकार, प्रसवोत्तर रक्तस्राव, इस्केमिक हृदय रोग, गर्भाशय ग्रीवा कैंसर और स्तन कैंसर) और स्वस्थ वर्ष के आधारपर स्वास्थ्य अवधि की स्थितियों ( एंडोमेट्रियोसिस, रजोनिवृत्ति, माइग्रेन और प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम) से संबंधित है।
डब्ल्यूईएफ ने इस संबंध में एजेंडा तय करने और संसाधन आवंटित करने के लिए दुनिया भर की सरकारों, निजी क्षेत्र, शोधकर्ताओं, नागरिक समाज और समुदायों से तत्काल कार्रवाई का आह्वान किया।
इसमें कहा गया है कि अब कार्रवाई करने और यह सुनिश्चित करने का समय है कि हर महिला और लड़की स्वस्थ एवं अधिक उत्पादक जीवन जी सके।
भाषा धीरज नरेश
नरेश