यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष के नेतृत्व पर सवाल उठाने वाले फ्रांसीसी अधिकारी का इस्तीफा

यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष के नेतृत्व पर सवाल उठाने वाले फ्रांसीसी अधिकारी का इस्तीफा

  •  
  • Publish Date - September 16, 2024 / 06:56 PM IST,
    Updated On - September 16, 2024 / 06:56 PM IST

ब्रसेल्स, 16 सितंबर (एपी) यूरोपीय संघ (ईयू) की शक्तिशाली कार्यकारी शाखा के एक सदस्य व प्रभावशाली फ्रांसीसी अधिकारी ने यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन के नेतृत्व पर सवाल उठाने के बाद सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया।

फ्रांसीसी उद्यमी और ईयू के विशाल आंतरिक बाजार के आयुक्त थिएरी ब्रेटन ने ऐसे समय में वॉन डेर लेयेन के नेतृत्व पर सवाल उठाए हैं, जब वह अगले पांच साल के लिए एक नयी टीम बनाने की कोशिशों में जुटी हैं।

ब्रेटन ने आरोप लगाया कि वॉन डेर लेयेन भावी आयोग में उनकी जगह एक अन्य फ्रांसीसी अधिकारी को नामित करने के लिए उनके पीछे पड़ गई थीं।

ईयू की शीर्ष अधिकारी को भेजे अपने त्यागपत्र की प्रति ‘एक्स’ पर साझा करते हुए ब्रेटन ने कहा कि वॉन डेर लेयेन का कदम “आपत्तिजनक शासन का एक और सबूत है… मैं इस निष्कर्ष पर पहुंचा हूं कि अब मैं ‘कॉलेज ऑफ कमिश्नर’ में और सेवाएं नहीं दे सकता।”

यूरोपीय आयोग ईयू के 27 सदस्य देशों के लिए कानून का प्रस्ताव करता है और यह सुनिश्चित करता है कि दुनिया के सबसे बड़े व्यापारिक समूह को नियंत्रित करने वाले नियमों का सम्मान किया जाए। यह आयोग ‘कॉलेज ऑफ कमिश्नर’ से लैस है, जिसमें कृषि, वित्त, प्रतिस्पर्धा, सुरक्षा और प्रवासन नीति सहित अन्य सरकारी मंत्रियों के समान पोर्टफोलियो वाले कमिश्नर शामिल होते हैं।

अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान आयोग में लैंगिक संतुलन सुनिश्चित करने के लिए वॉन डेर लेयेन ने हर सदस्य देश से नीति कमिश्नर पद के लिए एक पुरुष और एक महिला दावेदार का नाम उपलब्ध कराने के लिए कहा था। हालांकि, ज्यादातर देशों ने केवल एक नाम भेजा और उसमें भी ज्यादातर पुरुष शामिल थे।

जर्मनी की रक्षा मंत्री रह चुकी वॉन डेर लेयेन छोटे देशों पर महिला कमिश्नर की नियुक्ति का दबाव बना रही हैं। पिछले दिनों स्लोवेनिया की सरकार ने जिस पुरुष दावेदार के नाम की सिफारिश की थी, उसने अचानक अपनी दावेदारी वापस ले ली और उसकी जगह एक महिला दावेदार का नाम सौंपा गया।

आयोग में किस देश को कौन-सा विभाग मिलेगा, इसका निर्धारण वॉन डेर लेयेन करती हैं। वित्त, व्यापार और ईयू के विस्तार जैसे अहम विभाग अक्सर चुनिंदा देशों को सौंपे जाते हैं। उपाध्यक्ष पद हासिल करने के लिए भी काफी होड़ रहती है। आयोग में सात उपाध्यक्ष होते हैं।

ब्रेटन ने आरोप लगाया कि वह राजनीतिक साजिश का शिकार बने। उन्होंने अपने त्यागपत्र में लिखा, “कुछ दिन पहले ‘कॉलेज ऑफ कमिश्नर’ के भावी स्वरूप पर बातचीत के अंतिम दौर में आपने फ्रांस से मेरा नाम वापस लेने के लिए कहा था-आपने व्यक्तिगत कारणों से इस संबंध में मुझसे सीधे चर्चा नहीं की थी-और एक राजनीतिक सौदेबाजी के तहत आपने फ्रांस को भावी ‘कॉलेज ऑफ कमिश्नर’ में कथित तौर पर अधिक प्रभावशाली विभाग देने की पेशकश की थी।”

ब्रेटन ने कहा, “आपको अब एक नये दावेदार के नाम का प्रस्ताव भेजा जाएगा।” हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ब्रेटन की जगह किसके नाम की सिफारिश करेंगे। मैक्रों के कार्यालय ने इस संबंध में तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।

एपी पारुल पवनेश

पवनेश