Former US President Jimmy Carter Passes Away: पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जिमी कार्टर का 100 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। कार्टर सेंटर और अमेरिकी मीडिया आउटलेट्स ने इसकी पुष्टि की है। अमेरिका के 39वें राष्ट्रपति जिमी कार्टर ने अपने जॉर्जिया स्थित घर पर देह त्यागा। बता दें कि, साल 2023 की शुरुआत से ही वह हॉस्पिस केयर में थे। कार्टर ने 1977 से 1981 तक यूएसए के 39वें राष्ट्रपति के रूप में पद संभाला। अपनी ईमानदारी और मानवीय प्रयासों के लिए उन्हें प्रशंसा भी मिली। साल 2002 में उन्हें दुनिया भर में लोकतंत्र और मानवाधिकारों को बढ़ावा देने के उनके काम के लिए नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
जिमी कार्टर के निधन पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने दुख जताते हुए कहा कि, “यह एक दुखद दिन है, लेकिन यह हमें बहुत सारी अच्छी यादें याद दिलाता है। आज अमेरिका और दुनिया ने एक उल्लेखनीय नेता खो दिया है। जो बाइडेन ने कहा कि, वे एक राजनेता और मानवतावादी थे। मैंने एक प्रिय मित्र खो दिया।
जो बाइडेन ने कहा कि, जिमी कार्टर ने शब्दों से नहीं, बल्कि अपने कामों से जीवन जिया, उन्होंने न केवल अमेरिका में बल्कि दुनिया भर में बीमारी को मिटाने के लिए काम किया। उन्होंने शांति स्थापित की, नागरिक अधिकारों, मानवाधिकारों को आगे बढ़ाया और दुनिया भर में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों को बढ़ावा दिया।”
#WATCH अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा, “यह एक दुखद दिन है, लेकिन यह हमें बहुत सारी अच्छी यादें याद दिलाता है। आज अमेरिका और दुनिया ने एक उल्लेखनीय नेता खो दिया है। वे एक राजनेता और मानवतावादी थे। मैंने एक प्रिय मित्र खो दिया… जिमी कार्टर ने शब्दों से नहीं, बल्कि अपने कामों… pic.twitter.com/BtIdycFhlE
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 30, 2024
जिमी कार्टर अमेरिका के 39वें राष्ट्रपति थे, जिन्होंने 1977 से 1981 तक राष्ट्रपति पद संभाला। वे एक राजनेता, मानवतावादी और शांति के लिए नोबेल पुरस्कार प्राप्तकर्ता भी थे।
जिमी कार्टर ने अपने कार्यकाल में शांति और मानवाधिकारों के लिए काम किया। राष्ट्रपति पद के बाद उन्होंने कार्टर सेंटर की स्थापना की, जो वैश्विक स्वास्थ्य और शांति के लिए समर्पित है।
जो बाइडेन ने जिमी कार्टर को एक प्रिय मित्र और मानवतावादी नेता बताया। उन्होंने कहा कि अमेरिका और दुनिया ने एक महान नेता खो दिया है।
जिमी कार्टर को 2002 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उन्हें मानवाधिकारों, शांति और वैश्विक स्वास्थ्य के लिए किए गए उनके योगदान के लिए यह पुरस्कार दिया गया।