एफएटीएफ ने भारत की पारस्परिक मूल्यांकन रिपोर्ट को स्वीकार किया, धन शोधन रोधी व्यवस्था की प्रशंसा की

एफएटीएफ ने भारत की पारस्परिक मूल्यांकन रिपोर्ट को स्वीकार किया, धन शोधन रोधी व्यवस्था की प्रशंसा की

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  • Publish Date - June 28, 2024 / 04:11 PM IST,
    Updated On - June 28, 2024 / 04:11 PM IST

सिंगापुर, 28 जून (भाषा) वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (एफएटीएफ) ने शुक्रवार को सिंगापुर में हुई अपनी पूर्ण बैठक के दौरान धन शोधन पर भारत की पारस्परिक मूल्यांकन रिपोर्ट को स्वीकार किया और आतंकवाद के वित्तपोषण के खिलाफ इसकी कार्रवाई की प्रशंसा की।

अपने संक्षिप्त निष्कर्ष बयान में वैश्विक निकाय ने कहा कि इन दोनों क्षेत्रों में भारत अच्छे परिणाम प्राप्त कर रहा है।

हालांकि, एफएटीएफ ने कहा कि भारत को धन शोधन और आतंकवाद के वित्तपोषण के मुकदमों की सुनवाई पूरी करने में होने वाली देरी का समाधान करने की जरूरत है।

इसने कहा कि ‘‘गुणवत्ता एवं निरंतरता समीक्षा’’ पूरी होने के बाद देश के संबंध में अंतिम मूल्यांकन रिपोर्ट प्रकाशित की जाएगी।

पेरिस मुख्यालय वाला एफएटीएफ धन शोधन और आतंकवाद के वित्तपोषण से निपटने के लिए वैश्विक कार्रवाई का नेतृत्व करता है।

एफएटीएफ दिशानिर्देशों के अंतर्गत भारत का पारस्परिक मूल्यांकन पिछली बार 2010 में किया गया था। इस मूल्यांकन का मकसद किसी देश की वित्तीय अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए प्रभावी कानून और नीति बनाने तथा उन्हें लागू करने की क्षमता की पड़ताल करना है।

भारत के मामले में एफएटीएफ की समीक्षा इस वर्ष की शुरुआत में समाप्त हो गई थी, जब टीम ने नयी दिल्ली का दौरा किया था तथा विभिन्न खुफिया और जांच एजेंसियों के अधिकारियों से मुलाकात की थी।

भाषा शफीक दिलीप

दिलीप