लेबनान स्थित मुख्यालय में विस्फोट से दो शांति रक्षक घायल: संयुक्त राष्ट्र मिशन

लेबनान स्थित मुख्यालय में विस्फोट से दो शांति रक्षक घायल: संयुक्त राष्ट्र मिशन

  •  
  • Publish Date - October 11, 2024 / 09:18 PM IST,
    Updated On - October 11, 2024 / 09:18 PM IST

बेरूत, 11 अक्टूबर (एपी) दक्षिणी लेबनान में संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षक बल (यूएनआईएफआईएल) ने कहा कि शुक्रवार सुबह उसके मुख्यालय में फिर से किये गए धमाकों में दो शांति रक्षक घायल हो गए।

एक दिन पहले इजराइली सेना ने भी इसी स्थान पर हमला किया था।

यूएनआईएफआईएल ने कहा कि विस्फोट दक्षिणी लेबनान के नकौरा शहर में स्थित उसके मुख्यालय के एक टावर के पास हुआ।

यूएनआईएफआईएल के मुताबिक, घायल शांति रक्षकों में से एक को पास के टायर शहर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि दूसरे का इलाज घटनास्थल पर ही किया गया।

हालांकि, विस्फोट के कारण का जिक्र नहीं किया गया।

यूएनआईएफआईएल ने यह भी कहा कि इजराइली सेना के बुलडोजर ने दक्षिणी लेबनान में उसके एक और चौकी क्षेत्र पर हमला किया, जबकि इजराइली टैंक पास से गुजर गये।

यूएनआईएफआईएल ने बताया कि चौकी पर अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए अतिरिक्त शांति रक्षकों को भेजा गया।

इजराइली सेना ने इस बारे में पूछे जाने पर तुरंत कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।

यूएनआईएफआईएल ने एक दिन पहले कहा था कि एक इजराइली टैंक ने सीधे उसके मुख्यालय में एक टावर पर गोलियां बरसाईं, जिसमें दो इंडोनेशियाई शांति रक्षक घायल हो गए। इतना ही नहीं इजराइली सैनिकों ने उस बंकर पर हमला किया, जहां शांति रक्षक शरण लिए हुए थे और इस हमले में वाहनों और संचार प्रणाली को नुकसान पहुंचा।

इजराइल के इन हमलों की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा की गई।

इजराइल ने हिजबुल्ला के खिलाफ अपने अभियान को तेज कर दिया और लेबनान में घातक हवाई हमले के साथ-साथ सीमा पर जमीनी हमले भी किये।

इजराइल ने यह हमला दोनों प्रतिद्वंद्वियों के बीच एक साल तक जारी रही गोलीबारी के बाद किया।

मध्य बेरूत में बचावकर्मी शुक्रवार को एक ढही हुई इमारत के मलबे में खोज अभियान चलाते हुए नजर आए।

लेबनान की राजधानी में इजराइल द्वारा किये गये दो हमलों के कुछ घंटे बाद बचावकर्मियों ने यह अभियान शुरू किया।

इस हमले में कम से कम 22 लोग मारे गए और दर्जनों लोग घायल हो गए। इस हवाई हमले में दो आवासीय इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं। इजराइली बमबारी के कारण अपना घर छोड़कर भागने वाले विस्थापितों की संख्या बढ़ गई है।

एपी जितेंद्र दिलीप

दिलीप

दिलीप