विटामिन, खनिज पूरक पदार्थों की अधिकता आपके लिए हानिकारक हो सकती है

विटामिन, खनिज पूरक पदार्थों की अधिकता आपके लिए हानिकारक हो सकती है

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  • Publish Date - March 22, 2025 / 06:13 PM IST,
    Updated On - March 22, 2025 / 06:13 PM IST

(दीपा कामदार, किंग्स्टन विश्वविद्यालय)

लंदन, 22 मार्च (द कन्वरसेशन) ब्रिटेन के लगभग आधे वयस्क लोग वर्तमान में खाद्य पूरक पदार्थ (फूड सप्लीमेंट) लेते हैं लेकिन विटामिन और खनिजों की आमतौर पर कम मात्रा में आवश्यकता होती है और किसी भी अच्छी चीज की अधिकता आपके लिए हानिकारक हो सकती है।

यहां आपको कुछ सबसे आम विटामिन और खनिज पदार्थों के लाभों और जोखिमों के बारे में जानने की आवश्यकता है।

विटामिन ए

विटामिन ए संक्रमण से लड़ने में प्रतिरक्षा प्रणाली की सहायता करता है, आपको अंधकार में बेहतर देखने में मदद करता है और स्वस्थ त्वचा के लिए आवश्यक है। ज्यादातर लोगों को डेयरी और तैलीय मछली उत्पादों से पर्याप्त मात्रा में विटामिन ए मिल सकता है। पीली और लाल सब्जियों में बीटा-कैरोटीन होता है, जो शरीर में विटामिन ए में बदल जाता है। पुरुषों और महिलाओं के लिए अनुशंसित दैनिक खुराक (आरडीए) क्रमशः 700 माइक्रोग्राम और 600 माइक्रोग्राम है।

यद्यपि आपका शरीर अतिरिक्त विटामिन ए संग्रहीत कर लेता है, लेकिन कुछ शोधों से पता चलता है कि कई वर्षों तक प्रतिदिन 1.5 मिलीग्राम से अधिक विटामिन ए का सेवन करने से हड्डियां कमजोर हो सकती हैं। वृद्ध लोगों में, इससे फ्रैक्चर हो सकता है क्योंकि उन्हें ऑस्टियोपोरोसिस होने की अधिक आशंका होती है।

ऑस्टियोपोरोसिस एक ऐसी स्थिति है जिसमें हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और उनका घनत्व कम हो जाता है।

यदि आप गर्भवती हैं, तो आपको विटामिन ए की खुराक से पूरी तरह बचना चाहिए – अधिक विटामिन ए जन्म दोष और गर्भपात का कारण बन सकता है।

विटामिन बी6

इसे पाइरिडोक्सिन भी कहा जाता है, यह विटामिन स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाओं को बनाने और शरीर को भोजन से ऊर्जा संग्रहीत करने में मदद करने के लिए आवश्यक है। पुरुषों और महिलाओं के लिए आरडीए क्रमशः 1.4एमजी और 1.2एमजी प्रतिदिन है। इसे अनाज, चिकन और सोयाबीन के सेवन से प्राप्त किया जा सकता है।

फोलिक एसिड

स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण के लिए फोलिक एसिड या फोलेट की आवश्यकता होती है। फोलिक एसिड के अच्छे स्रोतों में हरी पत्तेदार सब्जियां, चने और ‘फोर्टिफाइड’ अनाज शामिल हैं। आरडीए प्रतिदिन 200 माइक्रोग्राम है।

विटामिन और खनिज पदार्थों से युक्त अनाज को ‘फोर्टिफाइड’ अनाज कहा जाता है।

गर्भवती महिलाओं में स्पाइना बिफिडा जैसे न्यूरल ट्यूब दोषों को रोकने के लिए फोलिक एसिड की सिफारिश की जाती है। डॉक्टर उच्च जोखिम वाले रोगियों में अनुशंसित खुराक (5 मिलीग्राम) से अधिक खुराक लिख सकते हैं।

स्पाइना बिफिडा, न्यूरल ट्यूब दोष (एनटीडी) का एक प्रकार है। यह एक जन्म दोष है, जिसमें गर्भ में शिशु की रीढ़ की हड्डी ठीक से नहीं बनती। इससे रीढ़ की हड्डी में दरार आ जाती है और केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को नुकसान पहुंचता है।

एक हजार माइक्रोग्राम (1 मिलीग्राम) से अधिक फोलिक एसिड का सेवन करने से विटामिन बी12 की कमी के लक्षण, जैसे थकान, हाथ-पैरों में झुनझुनी और मांसपेशियों में कमजोरी, छिप सकते हैं।

विटामिन डी और कैल्शियम

शरीर में कैल्शियम की मात्रा विटामिन डी द्वारा नियंत्रित होती है। दोनों पोषक तत्व स्वस्थ हड्डियों और दांतों के लिए सहायक होते हैं। विटामिन डी प्रतिरक्षा प्रणाली, मांसपेशियों और तंत्रिकाओं के लिए भी आवश्यक है। ‘फोर्टिफाइड’ अनाज जैसे कुछ खाद्य पदार्थों में विटामिन डी होता है, लेकिन यह ज्यादातर तब बनता है जब त्वचा सूरज की रोशनी के संपर्क में आती है। विटामिन डी के लिए आरडीए 10 माइक्रोग्राम है। जिन लोगों में विटामिन डी की कमी होती है, उन्हें ज्यादा खुराक दी जा सकती है।

जो लोग धूप में अधिक नहीं निकलते, उन्हें रोजाना पूरक आहार लेने से फायदा हो सकता है। लेकिन कई सालों तक विटामिन डी की बहुत अधिक मात्रा लेने से गुर्दे खराब हो सकते हैं और दिल की अनियमित धड़कन का कारण बन सकती है। यह हड्डियों के लिए भी बुरा हो सकता है।

लौह

आयरन लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण के लिए आवश्यक एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है। इसके स्रोतों में लाल मांस और बीन्स शामिल हैं। आयरन की कमी दुनिया में एनीमिया का सबसे आम कारण है; हालांकि, बहुत अधिक मात्रा में इसका सेवन करना विषाक्त हो सकता है।

आयरन के लिए आरडीए आपके लैंगिक और उम्र के आधार पर अलग-अलग होता है, लेकिन आपको प्रतिदिन 17 मिलीग्राम से ज्यादा आयरन नहीं लेना चाहिए।

फिश ऑयल

इन पूरक आहार में ओमेगा-3 फैटी एसिड होते हैं। शरीर में कोशिकाओं को सहारा देने के लिए और साथ ही हृदय, फेफड़े, रक्त वाहिकाओं और प्रतिरक्षा प्रणाली को ठीक से काम करने के लिए अलग-अलग वसा की आवश्यकता होती है। इनमें से कुछ शिशुओं के मस्तिष्क और आंखों के विकास के लिए आवश्यक हैं। फिश ऑयल को हृदय रोग की कम संभावना से जोड़ा गया है। हालांकि, अध्ययनों में इस बात के मिश्रित परिणाम मिले हैं कि ये वास्तव में कितने प्रभावी हैं।

(द कन्वरसेशन)

देवेंद्र पवनेश

पवनेश