सिंगापुर के साथ परस्पर हितों की अधिक संभावनाएं तलाशेंगे शिक्षा मंत्री प्रधान

सिंगापुर के साथ परस्पर हितों की अधिक संभावनाएं तलाशेंगे शिक्षा मंत्री प्रधान

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  • Publish Date - October 20, 2024 / 04:38 PM IST,
    Updated On - October 20, 2024 / 04:38 PM IST

(गुरदीप सिंह)

सिंगापुर, 20 अक्टूबर (भाषा) शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार को कहा कि वह यहां अपनी आगामी बैठकों के दौरान सिंगापुर के मंत्रियों के साथ शिक्षा क्षेत्र में सहयोग और आपसी हितों को बढ़ाने की संभावनाएं तलाशेंगे।

प्रधान शिक्षा में पारस्परिक हित के क्षेत्रों में सहयोग, भागीदारी और तालमेल को बढ़ावा देने के लिए 20 से 26 अक्टूबर तक सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया की अपनी सात दिवसीय यात्रा के पहले चरण में सिंगापुर में हैं।

उन्होंने दोपहर के भोजन पर करीब 500 प्रवासी भारतीयों को संबोधित करने के बाद ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘मैं शिक्षा के क्षेत्र में आपसी हितों की अधिक संभावनाएं तलाशने के लिए यहां आया हूं, जैसे पीएचडी कार्यक्रम और कृत्रिम बुद्धिमत्ता तथा जैव प्रौद्योगिकी जैसे भविष्य के क्षेत्र।’’

मंत्री ने कहा कि सिंगापुर का भारतीय बाजार के साथ स्वाभाविक संबंध है और ‘‘हम भविष्य में सिंगापुर के साथ बड़े पैमाने पर जुड़ेंगे।’’

प्रधान अपनी दो दिवसीय सिंगापुर यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग, उप प्रधानमंत्री गान किम योंग, शिक्षा मंत्री चान चुन सिंग और विदेश मंत्री विवियन बालाकृष्णन से मुलाकात करेंगे।

प्रधान सिंगापुर राष्ट्रीय विश्वविद्यालय के साथ-साथ एक स्थानीय माध्यमिक विद्यालय का भी दौरा करेंगे, जहां वे पाठ्यक्रम एकीकरण की संभावना पर चर्चा करेंगे, जिसमें जोर एआई पर होगा।

मंत्री शिक्षाविदों, आईआईटी और आईआईएम के पूर्व छात्रों के प्रतिष्ठित प्रतिनिधियों से मिलेंगे और दोनों देशों के शिक्षा संबंधित चर्चाओं में शामिल होंगे।

प्रधान ने प्रवासी भारतीयों के साथ अपनी बैठक के दौरान कहा, ‘‘भारत अगले दो दशकों में वैश्विक अर्थव्यवस्था का नेतृत्व करने जा रहा है, क्योंकि यह एक ज्ञान आधारित समाज है।’’

उन्होंने बताया कि वैश्विक वित्त, व्यवसाय और अर्थव्यवस्था ज्ञान के इर्द-गिर्द घूमेगी, जिसके लिए भारत एक स्वाभाविक केंद्र है।

भारत में हो रही प्रगति का उदाहरण देते हुए, प्रधान ने कहा कि देश वैश्विक ऊर्जा बाजारों के लिए वैकल्पिक ऊर्जा स्रोत के रूप में लाखों टन हाइड्रोजन का उत्पादन करने जा रहा है।

उन्होंने कहा, ‘‘भारत वैश्विक ऊर्जा बाजारों में हाइड्रोजन का एक बड़ा निर्यातक होगा।’’

प्रधान ने उन्नत डिजिटल भुगतान प्रणालियों द्वारा संचालित एक अग्रणी डिजिटल अर्थव्यवस्था के रूप में भारत की प्रगति पर भी प्रकाश डाला।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एक निर्णायक और स्थिर सरकार है, जिसमें नीतिगत निश्चितताएं हैं, जो वैश्विक निवेशक समुदाय को आश्वस्त करती हैं।

भाषा अमित प्रशांत

प्रशांत