तिब्बत : Earthquake in Tibet: तिब्बत के सबसे पवित्र शहरों में से एक के निकट मंगलवार को 7.1 तीव्रता का भूकंप आया। इस भूकंप के कारण 3 घंटे में 50 झटके आए, जिससे करीब 126 लोग मारे गए और 130 से अधिक घायल हैं। भूकंप का केंद्र डिंगरी में था, जहां इसका सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ा। राहत-बचाव कार्य जारी है। चीन की समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, भूकंप के बाद Aftershocks आए। भूकंप और फिर Aftershocks जिस इलाकों में आए, वहां की आबादी 6900 है। यहां 1000 से अधिक घर जमींदोज हो गए। दूर-दूर तक हर ओर तबाही देखी जा सकती थी।
भूकंप आज सुबह 9:05 बजे (चीन के समयानुसार) आया। इसका केंद्र डिंगरी काउंटी के त्सोगो टाउनशिप में 28.5 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 87.45 डिग्री पूर्वी देशांतर में सतह से 10 किलोमीटर की गहराई पर था। भूकंप के केंद्र के 20 किलोमीटर के दायरे में 27 गांव हैं और लगभग 6900 लोग रहते हैं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, डिंगरी काउंटी की आबादी 61000 से ज्यादा है। भूकंप के बाद राहत-बचाव कार्य के लिए 3400 से अधिक बचावकर्मियों और 340 से अधिक चिकित्सा कर्मचारियों को भूकंप प्रभावित क्षेत्र में भेजा गया है।
Earthquake in Tibet: टिंगरी और उसके आस-पास के इलाकों की औसत ऊंचाई लगभग 4000-5,000 मीटर (13,000-16,000 फीट) है। यहां भूकंप के दौरान मजबूत झटके महसूस किए गए। इशके बाद 4.4 तक की तीव्रता के साथ 150 से अधिक Aftershocks आए, जिसने सैकड़ों की जान ले ली। मौत का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है। यहां 6900 की आबादी वाले इलाकों में 1000 से अधिक घर जमींदोज हो गए। बचावकर्मी मलबे से जिंदा लोगों की तलाश कर रहे हैं।
Earthquake in Tibet: चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों के लिए हर संभव प्रयास करने के आदेश दिए। शी ने घायलों के उपचार के लिए हरसंभव प्रयास करने का आदेश दिया तथा द्वितीयक आपदाओं (भूकंप के बाद संभावित आपदाओं) को रोकने, प्रभावित निवासियों के समुचित पुनर्वास तथा इसके बाद के कार्यों को प्रभावी ढंग से करने के लिए प्रयास करने का आग्रह किया। भूकंप के बाद, ‘चीन भूकंप प्रशासन’ ने स्तर-दो की आपात सेवा प्रतिक्रिया शुरू की तथा आपदा राहत प्रयासों में सहायता के लिए एक दल को घटनास्थल पर भेजा। केंद्रीय प्राधिकारियों ने भूकंप प्रभावित क्षेत्र में करीब 22,000 आपदा राहत सामग्री भेजी है, जिनमें तंबू, कोट, रजाई और फोल्डिंग बिस्तर के साथ-साथ ऊंचाई वाले और ठंडे क्षेत्रों के लिए विशेष राहत सामग्री भी शामिल है।