विवादों और मतभेदों का समाधान संवाद और कूटनीति से निकाला जाना चाहिए: जयशंकर

विवादों और मतभेदों का समाधान संवाद और कूटनीति से निकाला जाना चाहिए: जयशंकर

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  • Publish Date - October 24, 2024 / 04:08 PM IST,
    Updated On - October 24, 2024 / 04:08 PM IST

कजान (रूस), 24 अक्टूबर (भाषा) संघर्षों और तनाव से प्रभावी तरीके से निपटने को आज के समय की विशेष जरूरत बताते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बृहस्पतिवार को कहा कि विवादों और मतभेदों का समाधान संवाद और कूटनीति से निकाला जाना चाहिए और एक बार सहमति हो जाए तो ईमानदारी से उसका पालन होना चाहिए।

जयशंकर ने रूस के कजान में ब्रिक्स के ‘आउटरीच’ सत्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से शामिल होते हुए यह बात कही।

उन्होंने कहा, ‘‘हम कठिन परिस्थितियों में मिल रहे हैं। विश्व को दीर्घकालिक चुनौतियों पर नए सिरे से सोचने के लिए तैयार रहना चाहिए। हमारा यहां एकत्रित होना इस बात का संदेश है कि हम ऐसा करने के लिए वाकई तैयार हैं।’’

जयशंकर ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पहले के एक कथन का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘यह युद्ध का युग नहीं है।’’

विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘संघर्षों और तनाव से प्रभावी तरीके से निपटना आज के समय की विशेष जरूरत है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर जोर दिया है कि यह युद्ध का युग नहीं है। विवादों और मतभेदों का समाधान संवाद और कूटनीति से निकाला जाना चाहिए। एक बार सहमति हो जाए तो ईमानदारी से उसका पालन होना चाहिए।’’

उन्होंने ब्रिक्स सत्र में कहा कि अंतरराष्ट्रीय कानून का बिना किसी अपवाद के पालन होना चाहिए और आतंकवाद के प्रति कतई बर्दाश्त नहीं करने वाला रुख होना चाहिए।

विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘पश्चिम एशिया में चिंता के हालात को समझा जा सकता है।’’

उन्होंने कहा कि पश्चिम एशिया में संघर्ष और फैलने को लेकर व्यापक चिंताएं हैं।

ब्रिक्स सम्मेलन के अंतिम दिन यहां ‘आउटरीच/ब्रिक्स प्लस’ बैठक आयोजित की गई। सत्र में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस और दुनियाभर के 20 से अधिक नेताओं ने भाग लिया।

भाषा

वैभव पवनेश

पवनेश