नई दिल्ली। कोरोना वायरस जहां दुनिया भर में कहर बरपा रहा है, पाकिस्तान भी इससे अछूता नहीं है। लेकिन कोरोना ने ही पाक को बड़ी राहत मिल पहुंचाई है। फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए पाकिस्तान को चार महीने की अंतरिम राहत दे दी है।
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एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में चल रहे पाकिस्तान के ब्लैक लिस्ट होने पर फैसला जून में होना था। इसी बैठक में यह तय होगा कि क्या पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से हटाया जाए या उसे ब्लैक लिस्ट किया जाए।
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एफ ए टी एफ सिर्फ समय की बर्बादी कर रहा है पर्याप्त सुबूत होने के बावजूद पाकिस्तान को काली सूची में अभी तक नहीं डाला गया क्यूंकि संस्थान अपने आका चीन के निर्देशन में काम कर रहा है
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निगरानी सूची में शामिल पाकिस्तान को वह चार महीने की अतिरिक्त राहत दे रहा है। इस दौरान पाकिस्तान को आतंकियों के वित्त पोषण को बंद करना होगा। एफएटीएफ ने चेतावनी दी कि वह आतंकी संगठनों के वित्त पोषण या उनकी गतिविधियों को रोकने के प्रयास में कोई छूट नहीं दे रहा है।
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इससे पहले कोरोना महासंकट के बीच पाकिस्तान ने खुद को FATF की ग्रे सूची से हटाए जाने के लिए बड़ा दांव चला था। पाकिस्तान ने पिछले 18 महीने में निगरानी सूची से हजारों आतंकवादियों के नाम को हटा दिया है।