Corona infection started increasing again in China
बीजिंग, 30 जुलाई। चीन में कोविड-19 के डेल्टा स्वरूप के मामलों में अचानक वृद्धि देखी जा रही है। चीन की राजधानी बीजिंग सहित 15 शहर संक्रमण के मामलों से जूझ रहे हैं। सरकारी मीडिया ने इसे दिसंबर 2019 में वुहान में वायरस के प्रकोप के बाद सबसे व्यापक घरेलू रोग संचार करार दिया है। ‘ग्लोबल टाइम्स’ ने बताया कि कोविड-19 मामलों में नयी बढ़ोतरी पूर्वी चीन के जिआंगसु प्रांत की राजधानी नानजिंग के एक हवाई अड्डे से शुरू हुई और पांच अन्य प्रांतों और बीजिंग नगरपालिका में फैल गई है।
Corona infection started increasing again in China
इसने कहा कि नानजिंग शहर ने कई हवाईअड्डों के कर्मचारियों के संक्रमित पाये जाने के बाद सभी उड़ानों को निलंबित कर दिया है। तेजी से फैलने वाले डेल्टा स्वरूप के मामले 15 चीनी शहरों से सामने आए हैं। डेल्टा स्वरूप की सबसे पहले पहचान भारत में हुई थी। हालांकि नये मामलों की संख्या अभी भी कुछ सैकड़ों में है, लेकिन विभिन्न प्रांतों में संक्रमण के व्यापक प्रसार की चिंताएं बढ़ गई हैं। अधिकारियों के लिए चिंता का कारण बीजिंग में पिछली बार मामले सामने आने के 175 दिनों से अधिक समय के बाद मामलों का अचानक सामने आना है।
लगभग 2.2 करोड़ की आबादी वाले शहर की स्थानीय सरकार ने एक जुलाई को आयोजित होने वाले चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) के शताब्दी समारोह के लिए कई महीनों तक शहर का कोविड-19 से बचाव किया। यहां राष्ट्रपति शी जिनपिंग सहित वरिष्ठ नेताओं के आवास स्थित हैं। चीन द्वारा भारत और कई अन्य देशों से हवाई यात्रा अभी शुरू किया जाना बाकी है और बीजिंग आने वाली अधिकांश अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को अन्य शहरों में भेजा जाता है, जहां यात्रियों को राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने से पहले 21 दिनों के पृथकवास से गुजरना पड़ता था।
चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के अनुसार, बृहस्पतिवार तक की स्थिति के अनुसार चीन के मुख्य भूभाग में कोविड-19 के पुष्ट मामलों की कुल संख्या 92,875 थी। इसमें 932 उपचाराधीन मरीज शामिल हैं, जिनमें से 25 की हालत गंभीर है। देश में पिछले साल से अब तक इस वायरस ने 4,636 लोगों की जान ले ली है। आधिकारिक मीडिया के अनुसार, चीन ने अब तक अपनी लगभग 40 प्रतिशत आबादी का टीकाकरण किया है। कोरोना वायरस का पहली बार 2019 के अंत में मध्य चीनी शहर वुहान में पता चला था। इसके बाद यह चीन और दुनिया भर में तेजी से फैल गया और मार्च 2020 में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा इसे एक महामारी घोषित किया गया।