(कटरजीना कोरदास, बफेलो विश्वविद्यालय)
बफेलो, 30 नवंबर (द कन्वरसेशन) मसाले न सिर्फ खाने के स्वाद में चार चांद लगाते हैं, बल्कि विभिन्न बीमारियों से बचाव में भी कारगर माने जाते हैं। हालांकि, मसालों को लेकर मिलावट के मामले भी लगातार सामने आ रहे हैं।
सितंबर 2024 में ‘कंज्यूमर रिपोर्ट्स’ ने तीन दर्जन से अधिक ऐसे उत्पादों की जांच की, जिसमें पिसी हुई दालचीनी मिली हुई थी। ‘कंज्यूमर रिपोर्ट्स’ अमेरिका में बेचे जाने वाले उत्पादों के बारे में उपभोक्ताओं को सूचित करने के लिए बनाया गया एक गैर-लाभकारी संगठन है।
उसने पाया कि हर तीन में से एक उत्पाद में सीसा का स्तर 1 भाग प्रति मिलियन से ऊपर था, जो उन्हें न्यूयॉर्क के बाजारों से वापस लेने के लिए पर्याप्त था। न्यूयॉर्क के प्रशासन ने मसालों में भारी धातुओं की मिलावट के संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
खाद्य एवं औषधि प्राधिकरण (एफडीए) ने 2024 में उपभोक्ताओं को कुछ ब्रांड के दालचीनी युक्त उत्पादों में सीसा मिला होने के प्रति आगाह किया। इस तरह की चेतावनियां उपभोक्ताओं को सतर्क तो करती हैं, लेकिन उन्हें यह सोचने पर भी मजबूर कर देती हैं कि वे मसाले युक्त जो उत्पाद खरीद रहे हैं, उनका सेवन सुरक्षित है या नहीं।
पोषण विज्ञान में प्रशिक्षित एक पर्यावरण महामारी विशेषज्ञ के रूप में मैंने बच्चों में पोषण की स्थिति, आहार और भारी धातु के संपर्क के बीच संबंधों की पड़ताल की है।
जब दालचीनी में सीसा और अन्य भारी धातुओं की मिलावट की बात आती है, तो उपभोक्ताओं को कई चीजों के बारे में ध्यान रखना चाहिए।
दालचीनी में सीसा क्यों मिलाया जाता है?
-दालचीनी का इस्तेमाल आम तौर पर दो तरह से किया जाता है, टुकड़े के रूप में या पिसे हुए मसाले के रूप में। दोनों ही सूरत में दालचीनी, दालचीनी के पेड़ की सूखी आंतरिक छाल से हासिल होती है, जिसे कुछ वर्षों के बाद काटा जाता है। अमेरिकी में इंडोनेशिया, वियतनाम, श्रीलंका, भारत और चीन से बड़े पैमाने पर दालचीनी का आयात किया जाता है।
दालचीनी के पेड़ की छाल में सीसा जमा होने की एक वजह इसे दूषित मिट्टी में उगाया जाता है। इसके अलावा, प्रसंस्करण के दौरान भी दालचीनी युक्त उत्पादों में सीसा मिलाया जा सकता है।
जब पिसी हुई दालचीनी तैयार की जाती है, तो कुछ उत्पादक उत्पाद का वजन बढ़ाने या रंग निखारने के लिए जानबूझकर सीसा यौगिक मिलाते हैं। इसे ‘खाद्य मिलावट’ के रूप में जाना जाता है और ज्ञात या संदिग्ध मिलावट वाले उत्पादों को अमेरिकी बाजार में उतारने की इजाजत नहीं है।
हालांकि, 2023 में अमेरिका में खून में सीसा के ऊंचे स्तर के लगभग 600 मामले, जिन्हें 3.5 माइक्रोग्राम प्रति डेसीलीटर के बराबर या उससे ऊपर के स्तर के रूप में परिभाषित किया गया है, ज्यादातर बच्चों में दालचीनी-सेब से बने कुछ ब्रांड के सॉस की खपत से जुड़े थे।
इन उत्पादों के निर्माण में प्रयुक्त दालचीनी में सीसा का स्तर 2,270 से 5,110 भाग प्रति मिलियन तक था, जो खाद्य पदार्थों में मिलावट का संकेत देता है। उत्पादन इकाई की जांच एफडीए ने की थी।
इस बात के कुछ प्रमाण हैं कि दालचीनी के टुकड़ों में पिसी हुई दालचीनी के मुकाबले सीसा का स्तर कम होता है। अमेरिका में बेची गई पिसी दालचीनी में सीसा का स्तर 0.02 से 3.52 भाग प्रति मिलियन तक था। ये स्तर मिलावटी दालचीनी की तुलना में कम से कम 1,500 गुना कम था।
कितनी मात्रा हो सकती है जानलेवा?
-एफडीए के दिशा-निर्देशों के अनुसार, बच्चों के शरीर में आहार के माध्यम से दिन में अधिकतम 2.2 माइक्रोग्राम तक सीसा ही जाना चाहिए। प्रजनन आयु की महिलाओं के लिए यह मात्रा 8.8 माइक्रोग्राम है।
चूंकि, सीसा प्रारंभिक जीवन में विकास को बाधित करता है, इसलिए छोटे बच्चों और गर्भवती महिलाओं में इसका अधिक स्तर चिंता का विषय है। सीसा को छोटी आंत सोखती है, जहां यह ‘सेलुलर रिसेप्टर’ पर चिपक सकता है, जो लोहे और अन्य धातुओं को शरीर में पहुंचाने के लिए विकसित हुए हैं।
तीन घंटे या उससे अधिक समय तक खाली पेट रहने या नाश्ता न करने पर शरीर की सीसा सोखने की क्षमता बढ़ जाती है, जिसके चलते खून में सीसा का स्तर अधिक हो सकता है।
जिन लोगों में आयरन की कमी होती है, उनका शरीर भी सीसा अधिक तेजी से सोखता है।
इन सूरतों में न करें दालचीनी युक्त उत्पादों का इस्तेमाल
-अगर एफडीए या ‘कंज्यूमर रिपोर्ट्स’ ने किसी उत्पाद के प्रति अलर्ट जारी किया है, तो उसका इस्तेमाल तुरंत रोक दें।
-अगर आपके घर में बड़े पैमाने पर दालचीनी का इस्तेमाल होता है, या आपके घर में बच्चे और गर्भवती महिलाएं हैं या आप दालचीनी युक्त केक, बिस्किट और पेय पदार्थ का सेवन करते हैं, तो अच्छे और सुरक्षित ब्रांड के उत्पाद ही खरीदें। हो सके, तो पिसी दालचीनी के बजाय दालचीनी के टुकड़े का इस्तेमाल करें।
(द कन्वरसेशन) पारुल माधव
माधव