चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ने पूर्व विदेश और रक्षा मंत्रियों को शीर्ष निकाय से हटाया |

चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ने पूर्व विदेश और रक्षा मंत्रियों को शीर्ष निकाय से हटाया

चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ने पूर्व विदेश और रक्षा मंत्रियों को शीर्ष निकाय से हटाया

:   Modified Date:  July 18, 2024 / 05:33 PM IST, Published Date : July 18, 2024/5:33 pm IST

(के.जे.एम. वर्मा)

बीजिंग, 18 जुलाई (भाषा) चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ने बृहस्पतिवार को अपनी केंद्रीय समिति से बर्खास्त विदेश मंत्री किन गांग का इस्तीफा स्वीकार कर लिया तथा पूर्व रक्षा मंत्री ली शांगफू और दो अन्य शीर्ष जनरलों को पार्टी से निष्कासित करने के निर्णय का समर्थन किया।

यह निर्णय बृहस्पतिवार को यहां संपन्न हुई पार्टी की केंद्रीय समिति की शीर्ष स्तरीय बैठक के दौरान लिया गया।

चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) की केंद्रीय समिति के तीसरे पूर्ण अधिवेशन नामक चार दिवसीय सत्र के अंत में जारी विज्ञप्ति के अनुसार, अर्थव्यवस्था में सुधार के उपायों पर चर्चा करने के लिए बुलाई गई बैठक में “कॉमरेड किन गांग का इस्तीफा” स्वीकार कर लिया गया है।

किन (58) चीन के सबसे कम समय तक विदेश मंत्री रहने के बाद 2023 में अचानक सार्वजनिक तौर पर दिखना बंद हो गये थे, जिसके बाद सरकार में उनके शेष पद भी छीन लिए गए।

उन्हें पद से हटाए जाने के कारणों के बारे में अब भी कोई जानकारी नहीं है। उनके पते-ठिकाने की भी जानकारी नहीं है। उनके इस्तीफे को स्वीकार करते हुए हालांकि केंद्रीय समिति ने अब भी किन को “कॉमरेड” (साथी) कहा है।

इसके बाद किन का स्थान उनके पूर्ववर्ती वांग यी ने ले लिया जो पार्टी के उच्चस्तरीय पोलित ब्यूरो के सदस्य भी हैं।

तीसरे पूर्ण अधिवेशन में जनरल ली शांगफू और पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के दो अन्य वरिष्ठ जनरलों ली यूचाओ और सन जिनमिंग को पार्टी से निष्कासित करने के पोलित ब्यूरो के पहले के फैसले की भी पुष्टि की गई।

रक्षा मंत्री बनने से पहले देश के रॉकेट (मिसाइल) बल का नेतृत्व करने वाले ली शांगफू पर कथित भ्रष्टाचार का मुकदमा चल रहा था।

ली यूचाओ, जो रॉकेट फोर्स का भी हिस्सा थे, को ली शानफू के साथ बर्खास्त कर दिया गया।

बैठक में पीएलए के एक अन्य शीर्ष अधिकारी जनरल सुन जिनमिंग को भ्रष्टाचार और अनुशासनहीनता के लिए पार्टी से निकाले जाने के निर्णय का भी समर्थन किया गया।

आधिकारिक मीडिया खबरों में कहा गया है कि उनके निष्कासन ने सेना से भ्रष्ट तत्वों को हटाने के लिए राष्ट्रपति शी चिनफिंग द्वारा चलाए जा रहे भ्रष्टाचार विरोधी अभियान की तीव्रता को रेखांकित किया है।

शी (71) सीपीसी के महासचिव भी हैं। शी के 2012 में सत्ता में आने के बाद से अब तक विभिन्न रैंकों के 50 से अधिक सैन्य अधिकारियों को हटाया या दंडित किया जा चुका है।

भाषा प्रशांत मनीषा

मनीषा

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)