बीजिंग/टोक्यो। कोरोना संकट के बीच चीन और उसके पड़ोसी देशों के बीच सैन्य तनातनी भी बढ़ गई है। चीन ने जहां अपने उत्तरी पूर्वी इलाके में टैंकों से रात में बड़े पैमाने पर युद्धाभ्यास किया है। वहीं जापान ने चीन से सटे अपने द्वीप मियाकोजिमा पर मिसाइलें और सैकड़ों सैनिक तैनात कर दिए हैं। उधर, चीन के फाइटर जेट भेजने के बाद ताइवान ने भी टैंकों के साथ शहरी इलाकों में सैन्य अभ्यास शुरु कर दिया है।
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चीन के सरकारी समाचार पत्र ग्लोबल टाइम्स ने रविवार को बताया कि उसकी सेना पीपल्स लिबरेशन आर्मी की 78वीं ग्रुप आर्मी ने मुख्य युद्धक टैंक के साथ रात में युद्धाभ्यास किया है। चीनी सेना की पीपल्स लिबरेशन आर्मी की 78वीं ग्रुप यह टैंक दस्ता नॉर्दन थिएटर कमांड के अंतर्गत आता है जो जापान और ताइवान से सटे इलाकों में निगरानी करता है।
चीन की तैयारियों के मद्देनजर ताइवान ने भी टैंकों के साथ युद्धाभ्यास शुरु कर दिया है। यही नहीं ताइवान के टैंक यिलान शहर की सड़कों पर नजर आए। ताइवान की मीडिया ने कहा कि ऐसा दुर्लभ है कि कोई टैंक शहर की सड़कों पर नजर आए।
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चीन के दु: साहस को देखते हुए जापान की सेना ने भी मियाकोजियमा द्वीप पर सतह से हवा और समुद्र में युद्धपोतों को तबाह करने वाली मिसाइलों को तैनात किया है। जापान ने यहां सैकड़ों सैनिकों को भी तैनात किया है। जेन्स डिफेंस वीकली की रिपोर्ट के मुताबिक विवादित पूर्वी चीन सागर में स्थित सेनकाकू/दिआओयू द्वीप समूह को लेकर बढ़ती चीन की आक्रामकता को देखते हुए जापान ने यह मिसाइलें तैनात की हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक जापान और ताइवान को यह डर सता रहा है कि कोरोना महासंकट का चीन फायदा उठा सकता है और हमला कर सकता है।