बीजिंग, 22 अक्टूबर (एपी) चीन सरकार ने मंगलवार को कहा कि वह देश में कैथोलिक बिशप की नियुक्ति पर वेटिकन के साथ एक अस्थायी समझौते को चार वर्षों के लिए बढ़ाने पर सहमत हो गई है।
साल 2018 में हुए इस समझौते का पहले भी दो बार विस्तार किया जा चुका है। पोप फ्रांसिस के तहत हुआ यह समझौता चीन में चर्च के नियंत्रण को लेकर लंबे समय से चले आ रहे मतभेदों को पाटने का एक प्रयास है।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने समझौते के विस्तार की पुष्टि की। उन्होंने कहा, “दोनों पक्ष रचनात्मक भावना का पालन करते हुए संपर्क और संवाद बनाए रखेंगे तथा चीन-वेटिकन संबंधों में सुधार की कवायद जारी रखेंगे।”
चीन के साथ वेटिकन के रिश्ते लगभग 70 दशक पहले बिगड़ने लगे थे, जब कम्युनिस्ट पार्टी सत्ता में आई थी। देश के अनुमानित 1.2 करोड़ कैथोलिक विभाजित हो गए थे। इनमें से कुछ की निष्ठा राज्य-मान्यता प्राप्त चर्च और कुछ की उस भूमिगत चर्च के प्रति थी, जो रोम के प्रति वफादार था।
राष्ट्रीय संप्रभुता से जुड़े मामले के रूप में बिशप को नामित करने के विशेषाधिकार पर चीन के दावों को लेकर रिश्ते और तल्ख हो गए, क्योंकि वेटिकन का कहना था कि पोप को धर्मप्रचारकों के उत्तराधिकारियों का नाम देने का अधिकार है।
एपी पारुल मनीषा
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