हमास जब तक रिहा किए जाने वाले बंधकों की सूची नहीं देता, तब तक संघर्ष विराम प्रभावी नहीं : नेतन्याहू

हमास जब तक रिहा किए जाने वाले बंधकों की सूची नहीं देता, तब तक संघर्ष विराम प्रभावी नहीं : नेतन्याहू

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  • Publish Date - January 19, 2025 / 12:31 PM IST,
    Updated On - January 19, 2025 / 12:31 PM IST

दीर अल-बलाह (गाजा पट्टी), 19 जनवरी (एपी) इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को कहा कि हमास जब तक कई फलस्तीनी कैदियों के बदले में रिहा किए जाने वाले तीन बंधकों की सूची नहीं दे देता, तब तक गाजा में संघर्ष विराम प्रभावी नहीं होगा।

नेतन्याहू ने एक बयान में कहा कि उन्होंने सेना को निर्देश दिया है कि स्थानीय समयानुसार सुबह आठ बजकर 30 मिनट पर प्रभावी होने वाला संघर्ष विराम ‘‘तब तक प्रभावी नहीं होगा जब तक इजराइल के पास रिहा किए जाने वाले उन बंधकों की सूची नहीं आती, जिसे हमास ने उपलब्ध कराने का वादा किया था।’’

उन्होंने एक रात पहले भी इसी तरह की चेतावनी दी थी।

इजराइल की सेना ने कहा कि वह गाजा पट्टी पर ‘‘हमले जारी रखे हुए है’’ क्योंकि हमास के साथ विवाद के कारण संघर्ष विराम प्रभावी होने में देरी हो रही है।

सेना के मुख्य प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हैगरी ने कहा कि जब तक हमास रविवार को रिहा किए जाने वाले तीन बंधकों के नाम नहीं सौंप देता, तब तक संघर्ष विराम प्रभावी नहीं होगा।

हमास ने नाम सौंपने में देरी के लिए ‘‘तकनीकी कारणों’’ का हवाला दिया। उसने एक बयान में कहा कि वह पिछले सप्ताह घोषित किए गए संघर्ष विराम समझौते के लिए प्रतिबद्ध है।

इस बीच, इजराइल ने सूचना जारी की कि एक विशेष अभियान में 2014 के इजराइल-हमास युद्ध में मारे गए सैनिक ओरोन शॉल का शव बरामद किया गया है।

शॉल और एक अन्य सैनिक हैदर गोल्डिन के शव 2014 के युद्ध के बाद गाजा में थे और मृतक सैनिकों के परिवारों के अनुरोध के बावजूद उन्हें वापस नहीं किया गया। संघर्ष विराम के प्रभावी होने से कुछ घंटे पहले यह विशेष अभियान चलाया गया।

एपी खारी प्रशांत

प्रशांत