(अदिति खन्ना)
लंदन, 10 दिसंबर (भाषा) ब्रिटेन ने सप्ताहांत में बशर अल-असद के शासन का अंत होने के बाद शरण देने का अनुरोध करने वाले सभी सीरियाई शरणार्थियों की अर्जियों पर निर्णय स्थगित कर दिया है।
सीरिया में असद शासन के अंत के बाद ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केअर स्टॉर्मर ने क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता की अपील की है।
गृह मंत्रालय ने कहा है कि हजारों सीरियाई शरणार्थियों की इन अर्जियों को वह समीक्षा के लिए रखेगा। इसी तरह के कदम जर्मनी, यूनान और ऑस्ट्रिया ने भी उठाये हैं।
एक बयान में कहा गया है, ‘‘गृह मंत्रालय ने शरण देने का अनुरोध करने संबंधी सीरियाई नागरिकों की अर्जियों पर निर्णय रोक दिया है। हम मौजूदा स्थिति का आकलन कर रहे हैं। हम इन अर्जियों से संबंधित सभी देशों के दिशानिर्देशों की निरंतर समीक्षा करते रहते हैं, ताकि हम उभरते मुद्दों पर प्रतिक्रिया कर सकें।
स्टॉर्मर ने इस सप्ताह मध्य पूर्व के दौरे पर सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के नेतृत्व के साथ बातचीत करते हुए सीरियाई संघर्ष से सबसे कमजोर और विस्थापित लोगों के लिए मानवीय सहायता के रूप में 1.1 करोड़ पाउंड की अतिरिक्त राशि की घोषणा की थी।
सोमवार को एक बयान में उन्होंने कहा ‘‘मध्य पूर्व में जो कुछ भी होता है, उसका ब्रिटेन पर भी असर पड़ता है।’’
स्टॉर्मर ने इससे पहले एक बयान में, सीरिया में असद शासन के पतन का स्वागत किया था।
उन्होंने कहा था, ‘‘सीरिया के लोग असद के बर्बर शासन के तहत बहुत लंबे समय तक पीड़ित रहे हैं और हम उनके शासन का अंत होने का स्वागत करते हैं। हमारा ध्यान अब यह सुनिश्चित करने पर है कि एक राजनीतिक समाधान हो और शांति एवं स्थिरता बहाल हो।’’
ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी ने सोमवार दोपहर ब्रिटिश संसद के निचले सदन ‘हाउस ऑफ कॉमन्स’ में कड़े शब्दों वाले एक बयान में असद को एक कसाई बताया था, जिसके हाथ अनगिनत निर्दोष लोगों के खून से सने हुए हैं।
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