(अदिति खन्ना)
लंदन, 14 अक्टूबर (भाषा) ब्रिटेन ने पश्चिमी एशिया को अस्थिर करने के प्रयासों में कथित संलिप्तता के लिए ईरानी सेना के वरिष्ठ अधिकारियों और संगठनों पर सोमवार को नये प्रतिबंधों की घोषणा की।
फॉरेन, कॉमनवेल्थ एंड डेवलपमेंट ऑफिस (एफसीडीओ) ने बताया कि एक अक्टूबर को इजराइल के खिलाफ ईरान के हमले के जवाब में ये नये प्रतिबंध लगाये गये हैं और इन प्रतिंबधों के जरिये उन वरिष्ठ शख्सियतों को निशाना बनाया गया है, जिन्होंने इस्लामिक रिब्लबिक ऑफ ईरान आर्मी, ईरान एअर फोर्स और आईआरजीसी इंटेलिजेंस ऑर्गोनाइजेशन में होते हुए ये सब किया।
‘फरजानेगन प्रोपल्शन सिस्टम डिजाइन ब्यूरो’ (एफपीएसडीबी) पर भी प्रतिबंध लगाया जाएगा। यह संगठन क्रूज मिसाइलों में इस्तेमाल किए जाने वाले हिस्सों को डिजाइन और उन्हें बनाने का काम करता है। इसके साथ ही ईरानी अंतरिक्ष एजेंसी पर भी प्रतिबंध लगाये गये हैं, जो बैलिस्टिक मिसाइल को बनाने में उपयोग की जाने वाली तकनीकों का विकास करती है।
विदेश मंत्री डेविड लैमी ने कहा, “बार-बार चेतावनी के बावजूद ईरान और उसके सहयोगियों के खतरनाक हमले पश्चिम एशिया में और अधिक तनाव पैदा कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “इजराइल पर बैलिस्टिक मिसाइल हमले के बाद हम ईरान को जवाबदेह ठहरा रहे हैं और उन लोगों को बेनकाब करने की कोशिश कर रहे हैं, जिन्होंने इन हमलों में मदद की। हम सहयोगियों और भागीदारों के साथ मिलकर ईरान की इन अस्वीकार्य धमकियों को चुनौती देने और पूरे क्षेत्र में तनाव कम करने को लेकर दबाव बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाना जारी रखेंगे।”
लैमी ने यूरोपीय संघ (ईयू) विदेश मामलों की परिषद में भागीदारों के साथ ईरान के हमलों पर भी चर्चा की। उन्होंने सोमवार को परिषद में वार्ता के दौरान पूरे क्षेत्र में तनाव कम करने पर जोर दिया।
भाषा जितेंद्र माधव
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