ब्रिक्स ने गाजा में युद्ध विराम की अपील की, ‘सामूहिक हत्याओं’ के लिए इजराइल की निंदा की

ब्रिक्स ने गाजा में युद्ध विराम की अपील की, ‘सामूहिक हत्याओं’ के लिए इजराइल की निंदा की

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  • Publish Date - October 23, 2024 / 09:41 PM IST,
    Updated On - October 23, 2024 / 09:41 PM IST

कजान, 23 अक्टूबर (भाषा) ब्रिक्स देशों के नेताओं ने गाजा पट्टी में तत्काल व स्थायी युद्धविराम और ‘‘दोनों पक्षों’’ के बंधकों की रिहाई की बुधवार को अपील की।

ब्रिक्स देशों के नेताओं ने इजराइल की सैन्य कार्रवाई की भी निंदा की, जिसके कारण उस क्षेत्र में नागरिकों की ‘‘बड़े पैमाने पर हत्याएं’’ हुई हैं।

पश्चिम एशिया में बढ़ते संघर्ष के मुद्दे का कजान घोषणापत्र में प्रमुखता से उल्लेख किया गया, जिसे इस रूसी शहर में समूह के 16वें शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले नेताओं द्वारा अपनाया गया।

ब्रिक्स में ईरान भी शामिल है, जिसे एक अक्टूबर को यहूदी राष्ट्र पर बैलिस्टिक मिसाइलों की बौछार करने के बाद इजराइल से संभावित जवाबी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।

ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका इस समूह के शुरुआती सदस्य थे, जिसका अब विस्तार कर मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को भी शामिल कर लिया गया है।

घोषणापत्र में, विशेष रूप से अप्रैल में सीरिया में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर इजराइली हवाई हमले की निंदा की गई, जिसमें अन्य लोगों के अलावा इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड के अधिकारी मारे गए थे।

कजान घोषणापत्र में कहा गया है, ‘‘हम कब्जे वाले फलस्तीनी क्षेत्र में बिगड़ती स्थिति और मानवीय संकट पर अपनी गंभीर चिंता फिर से व्यक्त करते हैं। इजराइली सैन्य हमले के परिणामस्वरूप गाजा पट्टी और पश्चिमी तट में हिंसा में अभूतपूर्व वृद्धि, जिसके कारण बड़े पैमाने पर नागरिक मारे गए और घायल हुए, लोगों को मजबूरन विस्थापित होना पड़ा और बुनियादी ढांचे को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा।’’

इसमें कहा गया है, ‘‘गाजा पट्टी में तुरंत, व्यापक और स्थायी युद्धविराम की तत्काल आवश्यकता है, हम दोनों पक्षों के सभी बंधकों और बंदियों की तत्काल और बिना शर्त रिहाई की मांग करते हैं, जिन्हें अवैध रूप से बंदी बनाया गया है तथा गाजा पट्टी को मानवीय सहायता की निर्बाध, स्थायी और बड़े पैमाने पर आपूर्ति की मांग करते हैं। साथ ही, सभी तरह के हमलों को रोकने की अपील करते हैं।’’

घोषणापत्र में, दक्षिणी लेबनान में स्थिति पर भी चिंता व्यक्त की गई।

इसमें कहा गया, ‘‘लेबनान के आवासीय क्षेत्रों में इजराइल के हमलों के परिणामस्वरूप नागरिकों की जान जाने तथा बुनियादी ढांचे को हुए भारी नुकसान की हम निंदा करते हैं तथा सैन्य कार्रवाई को तत्काल रोकने की अपील करते हैं।’’

भाषा सुभाष माधव

माधव