न्यूयॉर्क, 25 नवंबर (एपी) ‘‘ए वूमन ऑफ सब्सटेंस’’ नामक उपन्यास से चर्चा में आईं ब्रिटिश लेखिका बारबरा टेलर ब्रैडफोर्ड का निधन हो गया।
ब्रैडफोर्ड ने 40 की उम्र में ‘‘ए वूमन ऑफ सब्सटेंस’’ उपन्यास लिखकर तहलका मचा दिया था। उन्होंने बाद के दिनों में एक दर्जन से अधिक उपन्यास लिखे थे, जिनकी करोड़ों प्रतियां बिकीं।
ब्रैडफोर्ड का रविवार को न्यूयॉर्क शहर स्थित उनके घर पर निधन हो गया। वह 91 वर्ष की थीं।
वर्ष 1979 में प्रकाशित ‘‘ए वूमन ऑफ सब्सटेंस’’ से शुरुआत करते हुए ब्रैडफोर्ड दुनिया की सबसे लोकप्रिय और सबसे धनी लेखिकाओं में से एक बन गईं और उन्होंने औसतन एक वर्ष में लगभग एक किताब लिखी। उनकी कुल संपत्ति 20 करोड़ अमेरिकी डॉलर से अधिक आंकी गई और उनकी प्रसिद्धि इतनी अधिक थी कि 1999 में उनकी तस्वीर एक डाक टिकट पर छपी थी।
वर्ष 2007 में, महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने उन्हें ‘ओबीई’ (ऑर्डर ऑफ द ब्रिटिश एंपायर) सम्मान से सम्मानित किया।
ब्रैडफोर्ड की किताबें 40 भाषाओं में प्रकाशित हुईं और दुनिया भर में उनकी नौ करोड़ से ज्यादा प्रतियां बिकीं। उनकी ‘‘ब्रेकिंग द रूल्स’’ और ‘‘एक्ट ऑफ विल’’ जैसी किताबें भी बहुत चर्चित रहीं। ब्रैडफोर्ड की किताबों में से उनकी पसंदीदा किताब ‘‘द वूमन इन हिज लाइफ’’ थी, जो उनके पति के नाजियों के चंगुल से भागने की घटना से प्रेरित थी।
ब्रैडफोर्ड का विवाह जर्मन मूल के फिल्म निर्माता रॉबर्ट ब्रैडफोर्ड से हुआ था और 56 साल के वैवाहिक जीवन के बाद रॉबर्ट की 2019 में मृत्यु हो गई।
‘ए वूमन ऑफ सब्सटेंस’ के मुख्य चरित्र एम्मा हार्टे और ब्रैडफोर्ड के बीच काफी समानताएं थीं। दोनों का अपना एक राज था। युवावस्था में एम्मा बिन ब्याही मां बन जाती है और एक बेटी को जन्म देती है। बाद के सालों में, ब्रैडफोर्ड को अपने जीवनी लेखक के माध्यम से पता चला कि उनकी अपनी मां, एक बिन ब्याही मां की संतान थीं।
ब्रैडफोर्ड की लेखन दिनचर्या बहुत अनुशासित थी: सुबह 6 बजे अपने आईबीएम लेक्समार्क टाइपराइटर पर काम शुरू करना, दोपहर 1 बजे के आसपास लंच ब्रेक, और फिर शाम 6 बजे तक लेखन कार्य।
एपी आशीष नरेश
नरेश