बेल्जियम के प्रधानमंत्री ने यौन शोषण को कैथोलिक चर्च के छिपाने को लेकर पोप फ्रांसिस पर साधा निशाना

बेल्जियम के प्रधानमंत्री ने यौन शोषण को कैथोलिक चर्च के छिपाने को लेकर पोप फ्रांसिस पर साधा निशाना

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  • Publish Date - September 27, 2024 / 05:23 PM IST,
    Updated On - September 27, 2024 / 05:23 PM IST

ब्रसेल्स, 27 सितंबर (एपी) बेल्जियम के प्रधानमंत्री ने कैथोलिक चर्च में यौन शोषण की घटनाओं को छिपाने की भयावह परिपाटी को लेकर पोप फ्रांसिस पर निशाना साधते हुए इस सिलसिले में ‘‘ठोस कदम’’ उठाने तथा पीड़िताओं के हितों को प्राथमिकता देने की मांग की है।

प्रधानमंत्री अलेक्जेंडर डी क्रू ने शुक्रवार को फ्रांसिस की यात्रा की शुरुआत के मौके पर यह बात कही।

क्रू का भाषण, पोप की किसी विदेश यात्रा के दौरान उनपर अब तक दिए गए सबसे तीखे भाषणों में से एक था, जबकि राजनयिक प्रोटोकॉल के अनुसार सार्वजनिक भाषणों से आक्रोश को आमतौर पर दूर रखा जाता है।

राजा फिलिप ने भी फ्रांसिस के लिए कड़े शब्दों का इस्तमाल किया था और उन्होंने चर्च से प्रायश्चित करने और पीड़ितों को उबारने में मदद करने के लिए अनवरत काम करने की मांग की थी।

फ्रांसिस ने क्रू के भाषण के अंत में तालियां बजाईं और शुक्रवार को ही पीड़ितों से उनके अकेले में मिलने की उम्मीद है।

क्रू ने कहा, ‘‘आज केवल शब्द पर्याप्त नहीं हैं। हमें ठोस कदम उठाने की जरूरत है।’’

उन्होंने राजपरिवार के सदस्यों, चर्च के पदाधिकारियों, राजनयिकों और राजनेताओं समेत अन्य श्रोताओं के समक्ष कहा, ‘‘पीड़ितों की आवाज सुनने की जरूरत है। उनको केंद्र में रखने की जरूरत है। उन्हें सच जानने का अधिकार है। दुराचार का पता लगाने की जरूरत है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘जब कुछ गलत होता है तो हम उसे छिपाने की कोशिश नहीं कर सकते। चर्च का अपने अतीत से पाक-साफ होकर बाहर निकलना होगा।’’

बेल्जियम के भयावह यौन शोषण कांड के खुलासे 25 साल से भी अधिक समय से सामने आ रहे हैं, जिसमें 2010 का एक बड़ा कांड भी शामिल है, जब देश में सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले बिशप, ब्रुगेस बिशप रोजर वांगेलुवे को बिना किसी सजा के इस्तीफा देने की अनुमति दी गई थी। उन्होंने अपने भतीजे का 13 साल तक यौन शोषण करने की बात स्वीकार की थी।

एपी संतोष सुभाष

सुभाष